वसुंधरा जैन मंदिर, गाज़ियाबाद (Vasundhara Jain Temple, Ghaziabad)

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वसुंधरा के भव्य धार्मिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है वसुंधरा जैन मंदिर


कमल पुष्प के आकार में निर्मित यह भव्य मंदिर शिखर, वसुंधरा क्षेत्र का एक अद्वितीय और प्रसिद्ध जैन धार्मिक स्थल है। इंद्रपुरम, वैशाली और वसुंधरा क्षेत्र से नगर-निगम कार्यालय की ओर जाने वाले किसी भी व्यक्ति की नजर जब इस कमल पुष्प की आकृति वाले भव्य मंदिर पर पड़ती है, तो उनके मन में इस अद्भुत स्थल को नजदीक से देखने और यहां पहुंचने की इच्छा जरूर जागती है। यह मंदिर अपने भव्य स्वरूप के कारण प्रसिद्ध है। तो आइए, इस आर्टिकल में वसुंधरा जैन मंदिर के बारे में विस्तार से जानते हैं। 


जानिए मंदिर की वास्तुकला और विशेषता


यह मंदिर एक अद्भुत वास्तुशिल्प का उदाहरण है। यह मंदिर अपनी धार्मिक मान्यताओं और जैन धर्म की समृद्ध संस्कृति का प्रतीक भी है। आस-पास के सभी क्षेत्रों में इसे वसुंधरा जैन मंदिर के नाम से जाना जाता है। इसका निर्माण कमल पुष्प की आकृति में किया गया है, जो इसे और भी आकर्षक बनाता है। इस मंदिर का मुख्य शिखर और गुंबद मकराना के सफेद संगमरमर से बनाए गए हैं, जो इसे पवित्रता और भव्यता प्रदान करते हैं। मंदिर के अंदर स्थित मंच भी मकराना पत्थर से बना हुआ है।   


धातु से निर्मित है प्रतिमा 


इस पर भगवान महावीर जी की 41 इंच ऊंची सुनहरे रंग की धातु से निर्मित प्रतिमा स्थापित है। भगवान महावीर की यह प्रतिमा मंदिर का मुख्य आकर्षण है। इसे विशेष रूप से इस तरह तैयार किया गया है कि यह दिव्य आभा और शांति का अनुभव कराती है। मंदिर के अंदरूनी हिस्से में अत्यंत सुंदर नक्काशी और धार्मिक चित्र भी बनाए गए हैं। जो जैन धर्म की कहानियों और उनकी शिक्षाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं।


जानिए इस मंदिर का धार्मिक महत्व  


यह मंदिर न केवल एक वास्तुकला का चमत्कार है, बल्कि जैन धर्मावलंबियों के लिए एक प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र भी है। यहां नियमित रूप से धार्मिक अनुष्ठान, प्रवचन और पूजा-पाठ का आयोजन किया जाता है। विशेष अवसरों और पर्वों पर यह मंदिर श्रद्धालुओं से भर जाता है, जो यहां आकर भगवान महावीर के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं।


कैसे पहुंच सकते हैं ये मंदिर?

  

यह मंदिर वसुंधरा क्षेत्र के बीचों-बीच स्थित है और यहां पहुंचना बेहद आसान है। इंद्रपुरम, वैशाली और वसुंधरा के किसी भी हिस्से से यहां आने के लिए सार्वजनिक और निजी परिवहन के साधन आसानी से उपलब्ध हैं। बता दें कि यह मंदिर क्षेत्र में "श्री दिगंबर जैन मंदिर" के नाम से विख्यात है।


आध्यात्मिक शांति का स्रोत है ये मंदिर 


वसुंधरा जैन मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि आध्यात्मिक शांति और वास्तुशिल्प का अनूठा उदाहरण है। इस मंदिर का कमल पुष्प जैसा आकार, इसके आंतरिक भाग की नक्काशी और भगवान महावीर की भव्य प्रतिमा इसे एक अद्वितीय धार्मिक स्थल बनाते हैं। जो भी इस क्षेत्र में आता है, वह इस मंदिर के दर्शन किए बिना नहीं रह पाता। वसुंधरा जैन मंदिर ना केवल जैन धर्म के अनुयायियों के लिए, बल्कि हर धर्म के लोगों के लिए एक प्रेरणा और आध्यात्मिक शांति का स्रोत है।


डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

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