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कालीबड़ी मंदिर, दिल्ली (Kalibari Temple, Delhi)

कालीबड़ी मंदिर, दिल्ली (Kalibari Temple, Delhi)

500 साल पुराना है दिल्ली का कालीबाड़ी मंदिर, ब्रिटिश सरकार ने की थी मंदिर को हटाने की कोशिश 


दिल्ली के मंदिर मार्ग पर स्थित यह कालीबाड़ी मंदिर माता काली को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण सन 1938 में किया गया था। इस मंदिर को 500 साल से भी ज्यादा पुराना बताया जाता है। इस कालीबाड़ी मंदिर में शारदीय नवरात्र में विशेष धूम देखने को मिलती है। इस मंदिर में देवी काली की प्रतिमा को कोलकाता के प्रमुख कालीघाट काली मंदिर की प्रतिमा के समान बनाया गया है। इस मंदिर में पूजी जाने वाली मां काली की मूर्ति बहुत सुंदर है। इस काली बाड़ी मंदिर की बहुत मान्यता है। 

मंदिर के भीतर है पीपल का पवित्र पेड़ 


मंदिर के अंदर ही एक विशाल पीपल का पेड़ है। भक्तगण इस पेड़ को पवित्र मानते हैं और इस पर लाल धागा बांध कर मनोकामनाएं पूर्ण होने की कामना करते हैं। यह मंदिर नई दिल्ली के मंदिर मार्ग पर प्रसिद्ध बिड़ला मंदिर के समीप है। यह कनॉट प्लेस से लगभग 2 किमी पश्चिम में स्थित है। यह एक हिंदू बंगाली समुदाय का मंदिर है। 

बताया जाता है कि मंदिर में प्रति वर्ष के कोलकाता से एक विशेष मंडली आती है, जो मां काली के पूजन पर सांस्कृतिक ढोल नगाड़े बजाती है। ये मंडली दुर्गा पूजा के दिनों में पंचमी के दिन दिल्ली आती हैं और दशमी के दिन वापस चले जाती हैं। देखने में यह मंदिर बहुत छोटा है, लेकिन नवरात्र के दिनों में यहां भक्‍तों का तांता बंधा रहता है। लोग दूर-दूर से इस मंदिर में माथा टेकने आते हैं। नवरात्रि में यहां कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। 

मंदिर की विशेषता 


यह एक हिंदू बंगाली समुदाय का मंदिर है। इनका निर्माण कोलकाता से दिल्ली आकर लोगों ने किया था। मंदिर में मौजूद सभी पुजारी, मैनेजमेंट और स्टाफ सभी बंगाली हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर को ब्रिटिश सरकार ने बहुत हटाने की कोशिश की पर फिर भी यह मंदिर अपने स्थान से नहीं हिला। जिस वजह से इस मंदिर की मान्यता लोगों के बीच और बढ़ती गई। इस काली मंदिर की खास बात यह है कि यहां आपको सभी देवी देवता के दर्शन करने को मिल जाएंगे।

कहा जाता है कि इस मंदिर में मांगी हुई हर मुराद पूरी हो जाती है। दिल्ली में कई मशहूर दुर्गा पंडाल बनते हैं, जो बंगाली परंपरा की तरह दुर्गा पूजा को सेलिब्रेट करते हैं। लेकिन यह एक ऐसी जगह  है, जहां जाकर आप बंगाल की दुर्गा पूजा को जरा भी नहीं मिस करेंगे। दुर्गा पूजा के दौरान यहां दूर-दूर से लोग पंडाल देखने आते हैं। मंदिर में जाने के लिए करीब 1-2 किलोमीटर पीछे से ही लाइन लगी होती है। 

कैसे पहुंचे मंदिर 


यह मंदिर नई दिल्ली के मंदिर मार्ग पर प्रसिद्ध बिड़ला मंदिर के करीब है। यह कनॉट प्लेस से लगभग 2 किमी पश्चिम में स्थित है। निकटतम दिल्ली मेट्रो स्टेशन रामकृष्ण आश्रम मार्ग, दिल्ली है।  बस से पहुंचने के लिए करीबी स्टॉप बिरला मंदिर है। 

समय - सुबह 5:15 बजे से दोपहर 01:00 बजे, शाम 04:30 बजे से रात 10:30 बजे

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