नवीनतम लेख
नवीनतम लेख
5:00 A.M - 1:00 P.M | 3:00 P.M - 11:00 P.M
दुनियाभर में कई ऐसे मंदिर मौजूद हैं जो लोगों के बीच बहुत-ही प्रसिद्ध हैं। भारत में दिल्ली के कनॉट प्लेस में यह मंदिर देशभर में प्रसिद्ध हैं। यहां हर दिन खासकर मंगलवार, शनिवार और हनुमान जयंती के दिन भक्तों का तांता लगा रहता है। आज हम दिल्ली के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां गोस्वामी तुलसीदास ने हनुमान चालीसा की रचना की थी। ऐसे में आइए जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी खास बातें।
देशभर में हनुमान जी के कई मंदिर मौजूद हैं। परन्तु, दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें हैं, जो इसकी लोकप्रियता का कारण बनी हुई हैं। इस मंदिर के तार महाभारत काल से जुड़े हुए हैं। मान्यता है कि पांडवों ने महाभारत के युद्ध में विजय प्राप्त करने के बाद इस मंदिर की स्थापना की थी।
दिल्ली जिसका पहले नाम इंद्रप्रस्थ था, उस पर पांडवों का राज था। पांडवों ने दिल्ली में जिन पांच हनुमान मंदिरों की स्थापना की थी यह मंदिर उनमें से लोकप्रिय है। कनॉट प्लेस के बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर स्थित इस हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए सिर्फ दिल्ली के ही लोग नहीं बल्कि दुनियाभर से दर्शनार्थी की भारी भीड़ लगती है। इस मंदिर को लेकर यह भी मान्यता है कि यहां पर स्थित हनुमान जी खुद ही प्रकट हुए हैं। श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां हर तरह की मनोकामना पूर्ण हो जाती है। मनोकामना पूरी होने पर यहां लोग लाल चुनरी और लड्डू का प्रसाद चढ़ाते हैं इसके साथ ही भंडारा भी कराते हैं।
मंदिर की मान्यता इस कदर मशहूर है कि यहां राजनीति से लेकर खास हस्तियों तक हर तरह के लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं। जिसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का नाम भी शामिल हैं। यहां 33 पीढ़ियां लगातार हनुमान जी के मंदिर की देखभाल और बजरंग बली की सेवा करती आ रही हैं। यहां हर धर्म के श्रद्धालु पहुंचते हैं। मंदिर के पास ही गुरुद्वारा बंगला साहिब स्थित है तो दूसरी तरफ मस्जिद और चर्च भी हैं। इस हनुमान मंदिर के पास ही एक विख्यात शनि मंदिर भी है। यह भी काफी प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर में भी श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंचते हैं।
इस मंदिर की एक खास बात यह भी है कि 01 अगस्त 1964 से यहां चौबीस घंटे लगातार श्री राम, जय राम, जय जय राम मंत्र का जाप किया जा रहा है। बताया जाता है कि ये विश्व का सबसे लम्बा जाप है। यही कारण है की मंदिर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज हो चुका है।
मंदिर पहुंचने के लिए आपको ब्लू लाईन या येलो लाइन से राजीव चौक मेट्रो स्टेशन उतरना होगा। स्टेशन से मंदिर की दूरी पैदल भी पार की जा सकती है।
समय - सुबह 5:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे, दोपहर 3:00 बजे से रात 11:00 बजे
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।
श्रीपद्मनाभस्वामी मंदिर, केरल, तिरूअनंतपुरम (Shri Padmanabhaswamy Mandir, Kerala, Thiruvananthapuram)
श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर(सोमनाथ मंदिर), गुजरात (Shri Someshwara Swamy Temple (Somnath Temple), Gujarat)
ॐकारेश्वर महादेव मंदिर, ओमकारेश्वर, मध्यप्रदेश (Omkareshwar Mahadev Temple, Omkareshwar, Madhya Pradesh)
श्री रंगनाथस्वामी मंदिर - नेल्लोर, आंध्र प्रदेश (Sri Ranganadha swamI Temple - Nellore, Andhra Pradesh)
यागंती उमा महेश्वर मंदिर- आंध्र प्रदेश, कुरनूल (Yaganti Uma Maheshwara Temple- Andhra Pradesh, Kurnool)
श्री सोमेश्वर जनार्दन स्वामी मंदिर- आंध्र प्रदेश (Sri Someshwara Janardhana Swamy Temple- Andhra Pradesh)
श्री स्थानेश्वर महादेव मंदिर, थानेसर, कुरुक्षेत्र (Shri Sthaneshwar Mahadev Temple- Thanesar, Kurukshetra)
अरुल्मिगु धनदायूंथापनी मंदिर, पलानी, तमिलनाडु (Arulmigu Dhandayunthapani Temple, Palani, Tamil Nadu)
TH 75A, New Town Heights, Sector 86 Gurgaon, Haryana 122004
Our Services
Copyright © 2024 Bhakt Vatsal Media Pvt. Ltd. All Right Reserved. Design and Developed by Netking Technologies