सूर्यग्रहण में राहु-केतु से बचने के उपाय

Surya Grahan 2025 Upay: सूर्यग्रहण में राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए करें ये खास उपाय, मिलेगा धन लाभ और दुखों से छुटकारा


Surya Grahan 2025 Remedies: साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को चैत्र मास की अमावस्या तिथि पर लगेगा। यह ग्रहण भारतीय समयानुसार दोपहर 2:21 से शाम 6:16 तक रहेगा, हालांकि भारत में दिखाई नहीं देगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रहण का असर सभी राशियों पर पड़ सकता है। इस दौरान कुछ विशेष उपाय करने से राहु-केतु के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है और धन लाभ के साथ-साथ जीवन की परेशानियों से मुक्ति पाई जा सकती है। जानिए सूर्य ग्रहण के दौरान किन खास उपायों से आप अपना भाग्य चमका सकते हैं।


ग्रहण काल में करें विशेष उपाय:


शास्त्रों के अनुसार, ग्रहण काल में किए गए मंत्र जाप का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। इस समय किए गए उपाय धन लाभ दिलाने के साथ-साथ राहु-केतु के अशुभ प्रभाव को भी कम कर सकते हैं। मान्यता है कि जिन लोगों पर राहु-केतु की बुरी दृष्टि पड़ती है, उनका जीवन अस्थिरता से भर जाता है। इस नकारात्मक ऊर्जा को शांत करने के लिए ग्रहण के दौरान विशेष मंत्रों का जाप करना लाभकारी होता है।


राहु-केतु की शांति का मंत्र:


राहु-केतु की पीड़ा से मुक्ति के लिए इस मंत्र का जाप करें और मन ही मन शांति की प्रार्थना करें—

तमोमय महाभीम सोमसूर्यविमर्दन। हेमताराप्रदानेन मम शान्तिप्रदो भव॥


धन प्राप्ति का मंत्र:


ग्रहण के दौरान मां लक्ष्मी की कृपा पाने और आर्थिक समृद्धि के लिए इस मंत्र का जाप करें—

ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद-प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:


सूर्य ग्रहण के प्रभाव कम करने के उपाय:


  1. दान करें: सूर्य ग्रहण के बाद अन्न, कपड़े का दान करना शुभ माना जाता है। इससे जीवन की परेशानियां दूर होती हैं।
  2. मंत्र जाप करें: ग्रहण के दौरान अपने इष्ट देवता का ध्यान करें और उनके मंत्रों का जाप करें। इससे जीवन में उन्नति के मार्ग खुलते हैं।
  3. पीपल की पूजा करें: सूर्य ग्रहण के बाद पीपल के पेड़ की पूजा करें और जल में तिल व गुड़ मिलाकर अर्पित करें। इससे सुख-समृद्धि बनी रहती है।
  4. जरूरतमंदों की मदद करें: ग्रहण के बाद गरीबों व जरूरतमंदों की सहायता करें। इससे शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही शनिदेव के मंत्रों का जाप करना भी लाभकारी होता है।


ग्रहण काल में क्या न करें:


  1. भगवान की प्रतिमा न छूएं: ग्रहण या सूतक काल में भगवान की मूर्ति को स्पर्श न करें।
  2. भोजन से परहेज करें: ग्रहण काल में खाना-पीना, भोजन बनाना और पका हुआ खाना खाना वर्जित है।
  3. सौंदर्य व शारीरिक कार्य न करें: तेल लगाना, बाल काटना, नाखून काटना, सोना और मैथुन जैसे कार्य ग्रहण में मना है।
  4. खाने की शुद्धता बनाए रखें: ग्रहण से पहले दूध, दही, चटनी जैसी खाद्य सामग्री में तुलसी या कुश डाल दें, ताकि वे अशुद्ध न हों।


Disclaimer: यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिषीय विश्वासों पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल जानकारी प्रदान करना है, इसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्रमाणित नहीं किया गया है। उपायों को अपनाने से पहले अपनी व्यक्तिगत आस्था और विश्वास का ध्यान रखें। किसी भी उपाय को करने से पहले विशेषज्ञ या विद्वान से परामर्श अवश्य लें।

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