Shukrawar Ko Kya Daan Kare: हिंदू धर्म में सप्ताह के हर दिन का विशेष महत्व होता है। शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी को समर्पित माना जाता है, जो धन, वैभव और सुख-समृद्धि की देवी हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अगर इस दिन सही वस्तुओं का दान किया जाए, तो न सिर्फ आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं बल्कि जीवन में सुख-शांति भी बनी रहती है। ऐसे में यहां जानिए कि शुक्रवार के दिन किन चीजों का दान करना शुभ माना जाता है और इससे क्या लाभ मिलते हैं।
1. सफेद वस्त्र और चावल का दान
शुक्रवार को सफेद वस्त्र और चावल का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह दान विशेष रूप से कन्याओं, जरूरतमंद महिलाओं या ब्राह्मणों को दिया जाए तो मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। सफेद वस्तुएं शुक्र ग्रह से जुड़ी होती हैं, जो सौंदर्य, प्रेम और समृद्धि के प्रतीक हैं।
2. गाय को गुड़ और आटे की गोलियां खिलाएं
गाय को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। शुक्रवार के दिन गुड़ और आटे की गोलियां बनाकर गाय को खिलाने से जीवन में स्थिरता और धन-लाभ होता है।
3. सुहागिन महिलाओं को दें सुहाग की चीजें
शुक्रवार के दिन सुहागिन महिलाओं को सिंदूर, चूड़ी, बिंदी, मेहंदी, लाल वस्त्र या श्रृंगार का सामान दान करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है। इससे वैवाहिक जीवन भी सुखद होता है और मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
4. मिश्री और सफेद मिठाई का दान
मिश्री और सफेद मिठाई जैसे बर्फी या रसगुल्ला का दान करना भी शुक्रवार के दिन लाभकारी माना जाता है। इसे मंदिर में या गरीबों को देने से मानसिक शांति मिलती है और मां लक्ष्मी अपनी कृपा भी बरसाती है।
5. धन की देवी को अर्पित करें कमल का फूल
मां लक्ष्मी को कमल का फूल अत्यंत प्रिय है। शुक्रवार के दिन कमल का फूल मंदिर में चढ़ाएं या किसी लक्ष्मी मंदिर में दान करें। इससे आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
6. दूध या दही का दान
शुक्रवार को गाय का दूध या दही किसी जरूरतमंद को दान करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है। इससे रोगों में राहत मिलती है और शुक्र ग्रह भी मजबूत होता है, जो वैवाहिक और पारिवारिक जीवन के लिए शुभ होता है।
7. कन्याओं को भोजन और उपहार दें
इस दिन कन्याओं को भोजन करवाना और उपहार देना अत्यंत पुण्यदायी माना गया है। शुक्रवार के दिन सात या नौ कन्याओं को खीर, पूड़ी, चने का भोजन कराकर उन्हें वस्त्र या श्रृंगार का सामान दें। इससे धन और संतान संबंधी सुख प्राप्त होता है।
सनातन धर्म में पूजा-पाठ के दौरान या फिर भोजन करने से पहले भगवान को भोग लगाने की परंपरा है। ऐसी मान्यता है कि भगवान को दिल से जो भी खिलाया जाए, तो वह उतने ही प्यार से उसे ग्रहण करते हैं।
विवाह को हिन्दू धर्म में पवित्र और अटूट बंधन माना गया है। विवाह के दौरान कई रस्में निभाई जाती हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण रस्म हल्दी की होती है।
कुंभ मेला हिंदू धर्म के सबसे बड़े समागमों में से एक है। यह एक ऐसी परंपरा है, जिसके केंद्र में नागा साधु रहते हैं। बिना कपड़ों के रहने वाले ये साधु अपनी कठोर तपस्या, धार्मिक जीवनशैली, और रहस्यमयी जीवन के लिए भी जाने जाते हैं।
कुंभ मेले का प्रमुख आकर्षण शाही स्नान होता है। जिसमें सबसे पहले अखाड़ों के साधु-संत, विशेष रूप से नागा साधु, पवित्र नदियों में स्नान करते हैं।