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माघ महीना इन राशियों के लिए लाभकारी

माघ महीना इन राशियों के लिए लाभकारी

माघ माह में इन राशियों को मिलेगा मनचाहा परिणाम, इन उपायों को जरूर आजमाएं


हिंदू धर्म में माघ का महीना एक विशेष महत्व रखता है। यह महीना आमतौर पर जनवरी और फरवरी के महीनों में पड़ता है। माघ महीने को हिंदू कैलेंडर का 11वां महीना माना जाता है। माघ महीने में भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस महीने में मां लक्ष्मी और तुलसी जी की आराधना भी की जाती है। मान्यता है कि इससे घर में सुख-समृद्धि आती है। 

माघ महीने में प्रयागराज में संगम के किनारे भक्तगण कल्पवास करते हैं। कल्पवास एक तरह का व्रत है जिसमें भक्तगण गंगा नदी के किनारे रहकर पूजा-अर्चना करते हैं और भगवान विष्णु की आराधना करते हैं। अब ऐसे में माघ माह में किन राशियों को सुख-समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है और कौन से उपाय करने से लाभ हो सकता है। इसके बारे में भक्त वत्सल के इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 

कुंभ राशि के जातकों को मिलेगा शुभ परिणाम


माघ माह कुंभ राशि वालों के लिए आर्थिक लाभ और सुख-समृद्धि लेकर आ रहा है। इस माह आपको धन लाभ होगा, जिससे आप घर या गाड़ी खरीद पाएंगे। घर में धार्मिक कार्यक्रम हो सकते हैं और आप महाकुंभ जैसे धार्मिक यात्राओं पर भी जा सकते हैं। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से, आपके आर्थिक घर में शुभ ग्रहों का संयोग धन लाभ के योग बना रहा है।

मीन राशि के जातकों को मिलेगा मनचाहा फल


माघ मास में मीन राशि के जातक जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उन्नति के मार्ग पर अग्रसर होंगे। आपकी वाणी की मधुरता से आपके संबंध मजबूत होंगे और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। भगवान शिव की कृपा से आप मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति का अनुभव करेंगे। आप अपने रिश्तों पर अधिक ध्यान देंगे। नए रिश्ते बन सकते हैं और पुराने रिश्तों में मजबूती आएगी।

कुंभ और मीन राशि के जातक करें ये उपाय 


माघ महीने में गंगा स्नान का धार्मिक महत्व अतुलनीय है। यदि गंगा तट पर जाना संभव न हो तो घर पर गंगाजल से स्नान कर, जरूरतमंदों को गर्म कपड़े दान करें। तुलसी के पौधे की पूजा और श्रीमद्भगवद्गीता के पाठ से आध्यात्मिक उन्नति होती है। इन सभी कार्यों से भगवान श्रीहरि की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति आती है। 

कुंभ और मीन राशि के जातक करें मंत्रों का जाप 


कुंभ और मीन राशि के जातक जरूर इन मंत्रों का जाप करें। इससे व्यक्ति को शुभ परिणाम मिल सकते हैं। इन मंत्रों का जाप करने से आपके जीवन में आ रही परेशानियां दूर हो सकती है।

  • ऊं नमोः नारायणाय।।
  • ऊं नमोः भगवते वासुदेवाय।।
  • ऊं श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि।
  • तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्।।
  • शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम्
  • विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्।
  • लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम्
  • वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्।।
  •  मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।
  • मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः।।
  • श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।:
  • ऊं नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्
  • ऊं हूं विष्णवे नमः
  • श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।

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सीता नवमी 2025 के उपाय

सीता नवमी का दिन माता सीता के जन्म की खुशी में मनाया जाता है, जो वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पड़ता है। इस दिन देवी सीता की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम और स्थायित्व आता है।

सीता नवमी की व्रत कथा

सीता नवमी वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो माता सीता के प्राकट्य के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं व्रत रखती हैं।

बगलामुखी जयंती 2025 कब है

बगलामुखी जयंती वैशाख शुक्ल अष्टमी को मनाई जाती है, जो देवी बगलामुखी को समर्पित है। वह दस महाविद्याओं में से आठवीं देवी हैं और श्री कुल से संबंधित हैं। देवी बगलामुखी को पीताम्बरा और ब्रह्मास्त्र भी कहा जाता है। उनकी साधना से स्तंभन की सिद्धि प्राप्त होती है और शत्रुओं को नियंत्रित किया जा सकता है।

मां बगलामुखी की कथा

देवी बगलामुखी 10 महाविद्याओं में से एक आठवीं महाविद्या हैं, जो पूर्ण जगत की निर्माता, नियंत्रक और संहारकर्ता हैं। उनकी पूजा करने से भक्तों को अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और जीवन की अनेकों बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

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