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करवा चौथ का दिन आमतौर पर हिंदु कैंलेडर के अनुसार कार्तिक महीने की पूर्णिमा के चौथे दिन मनाया जाता है। महिलाएं अपने पति के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु के लिए ये निर्जला उपवास रखती है। नव-विवाहित या जो महिलाएं पहली बार व्रत कर रही हैं उनके लिए ये दिन बहुत खास और यादगार होता है। करवा चौथ की तैयारियां कई दिन पहले से शुरु हो जाती है। करवा चौथ के पहले घरों में साफ-सफाई बहुत जरुरी है। वहीं इस व्रत में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें।
घर में जालें लगे होना अच्छा नहीं होता है इसलिए झाड़ू की मदद से घर के जाले जरुर साफ करें। इसी के साथ आप एक पुराने सूती कपड़े को डंडे में बांधकर उससे भी घर से जाले साफ कर सकती है।
करवा चौथ के व्रत में सरगी का बहुत महत्व माना जाता है। आमतौर पर सरगी सास या ससुराल की ओर से आती है। अगर आप पहली बार व्रत रख रही है तो अपनी सास से सरगी लेना न भूलें। करवा चौथ के व्रत की शुरुआत सुबह की सरगी खाकर की जाती है। इसलिए अगर आप पहली बार व्रत कर रही हैं तो ब्रह्म मुहूर्त में उठ जाएं और स्नान आदि से निवृत्त होकर सरगी का सेवन करें। सरगी में 7 चीजों का सेवन करने का महत्व माना गया है।
करवा चौथ व्रत में संध्या पूजन करने का विशेष महत्व है। इस दिन चांद निकलने के बाद पूजा और व्रत कथा का पाठ कर चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है। फिर छलनी से चंद्रमा के दर्शन करने के उपरांत पति का चेहरा देखा जाता है। इसके बाद पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाकर व्रत का पारण किया जाता है। व्रत पारण के बाद सात्विक भोजन ही करना चाहिए।
जिस प्रकार सरगी जरुरी होती है उसी प्रकार सास के लिए बायना निकालना भी जरुरी माना जाता है। बायने में सास के लिए साड़ी या सूट, सुहाग का सामान, मिठाई और गिफ्ट को शामिल किया जाता है। अगर आपकी सास साथ नहीं रहती हैं तो आप बायना निकाल दें और उसे बाद में उन्हें दें दें।
वैसे तो करवा चौथ पर किसी भी रंग के कपड़े पहने जा सकते हैं। लेकिन अगर आपकी नई शादी हुई है या पहली बार व्रत रखने जा रही है तो लाल रंग के जोड़े का चुनाव करें। लाल रंग को सुहाग की निशानी माना जाता है। करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं का व्रत माना जाता है। पति की सलामती के लिए ये व्रत रखा जाता है। इस दिन महिलाएं 16 श्रंगार जरुर करें।
करवा चौथ पर अधिकांश महिलाएं व्रत रखती हैं। जिसमें खाने और पानी का सेवन निषेध होता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन निर्जला व्रत रखा जाता है और पूरे दिन, चाय, कॉफी और जूस से दूरी बनाए रखते हैं। लेकिन जिसे स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां है जो पेय पदार्थ ले सकती है।
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