मंगला गौरी मंदिर, गया, बिहार (Mangala Gauri Temple, Gaya, Bihar)

दर्शन समय

6:00 AM - 08:00 PM

मंगला गौरी मंदिर का महत्व


मंगला गौरी मंदिर गया के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है और इसका महत्व अत्यंत गहरा है। यह मंदिर भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है, जिनके प्रेम और मिलन की कथा इस स्थल के अधिक महत्व को और भी गहरा और पवित्र बनाती है। यहां के दर्शन करने और पूजा करने से भक्तों को शांति और सुकून का अनुभव होता है। मंगला गौरी मंदिर एक ऐसा स्थल है जहां धार्मिक अनुशासन, भक्ति और श्रद्धा को महत्व दिया जाता है। गया के मंगला गौरी मंदिर की समीपवर्ती स्थलों पर धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के संकेत मिलते हैं, जो इसे भारतीय धार्मिक परंपरा का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाता है। यहाँ की परंपरा में भक्ति गीत, आरती और पूजा के विविध त्योहारों में लोग भाग लेते हैं और अपनी श्रद्धा और विश्वास को प्रकट करते हैं।


 मंगला गौरी मंदिर की कथा:


इस मंदिर के पीछे एक ऐतिहासिक कथा है, जो हमें इसके महत्व और प्राचीनता का अनुभव कराती है। कथा के अनुसार, एक समय की बात है जब भगवान शिव की पत्नी सती के पिता, राजा दक्ष, एक बड़े यज्ञ का आयोजन करने का निर्णय लेते हैं। उन्होंने सम्पूर्ण देवताओं को आमंत्रित किया, लेकिन वे भगवान शिव और सती को नहीं आमंत्रित करते हैं, क्योंकि उन्हें अपने दामाद की योग्यता पर विश्वास नहीं था। सती को यह सुनकर बहुत दुख हुआ। वह यज्ञ स्थल पहुँची और उन्होंने अपने पिता से प्रश्न किया कि उन्होंने क्यों उनके पति शिव को आमंत्रित नहीं किया। राजा दक्ष ने उनकी बात न सुनते हुए अपमानजनक टिप्पणियाँ की इस बात को सुनकर भगवान शिव ने अपनी साधना का त्याग किया और अपने प्रेम की प्रतीक माता सती के शरीर को बचाया। इस घटना के बाद भगवान विष्णु ने चक्र ले जाकर सती के शरीर को कई टुकड़ों में विभाजित किया और जहां-जहां उनके शरीर के अंग गिरे उन स्थानों को 'शक्तिपीठ' कहा गया। गया के मंगला गौरी मंदिर में माँ मंगला गौरी का वाम अंग गिरा था। इस घटना के बाद से यह स्थान माँ के शक्तिपीठों में से एक बन गया है और इसे भक्तों द्वारा विशेष श्रद्धा और भक्ति से पूजा जाता है। माँ मंगला गौरी की पूजा से भक्तों को माँ की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है। उन्हें सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य और परिवार की सुरक्षा की प्राप्ति होती है। माँ की कृपा से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उन्हें जीवन में सफलता की प्राप्ति होती है।


मंगला गौरी मंदिर में पूजा विधि:


मंगला गौरी मंदिर में पूजा का विधान पवित्र और परंपराओं से जुड़ा हुआ है। यहां की पूजा विधि में धार्मिक अनुशासन और भक्ति का महत्व है। मंदिर की पूजा सुबह-सवेरे आरंभ होती है। पुजारी देवी पार्वती और भगवान शिव की प्रतिमा के सामने जल अर्पण करते हैं और उनकी पूजा करते हैं। जल अर्पण के साथ-साथ, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य आदि भी अर्पण किया जाता है। पूजा के दौरान भक्त गण मंत्र जाप करते हैं और भगवान की कथा सुनते हैं। आरती के समय भक्त गण भगवान की महिमा गाते हैं और उनकी प्रार्थना करते हैं।

मंगला गौरी मंदिर में आने वाले भक्तों को पवित्र जल से स्नान करने का अवसर भी मिलता है। स्नान के बाद, भक्तगण मंदिर में प्रवेश करते हैं और देवी पार्वती और भगवान शिव की पूजा करते हैं। मंदिर में भक्त गण शांति और पवित्रता का अनुभव करते हैं और अपने मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।


मंगला गौरी मंदिर, गया, बिहार पहुँचने के लिए परिवहन सुविधाएं


भारत के अन्य शहरों से गया, बिहार आने के लिए कई प्रकार की परिवहन सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां कुछ प्रमुख परिवहन विकल्पों के बारे में जानकारी दी गई है:


रेल मार्ग: गया को भारत के मुख्य शहरों से रेल द्वारा भी आसानी से जोड़ा जा गया है। गया जंक्शन एक प्रमुख रेल स्टेशन है, जहां से दैनिक कई ट्रेन देश के बड़े और छोटे शहरों की ओर जाती हैं। इससे आपको सीधे गया तक पहुँच सकते हैं।

हवाई मार्ग: गया शहर में के पास एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई एयरपोर्ट है, जिससे आप देश के विभिन्न भागों से सीधे हवाई मार्ग से जुड़ सकते हैं। इससे आपको तेजी से और आराम से गया तक पहुँच सकते हैं।

सड़क मार्ग: सड़क मार्ग भी गया पहुंचने का एक प्रमुख विकल्प है। बिहार के अन्य शहरों से गया तक बस या अपने निजी वाहन से आसानी से पहुंचा जा सकता है। अंतर्राज्यीय अंतर्राष्ट्रीय बस सेवाएँ गया से जुड़ी हुई हैं।


सबसे सुगम मार्ग हवाई मार्ग होता है, खासकर यदि आप किसी अन्य शहर से आ रहे हैं। हवाई मार्ग से आप सीधे बोधगया हवाई अड्डे तक पहुंच सकते हैं, जो गया में ही स्थित है। इसके अलावा रेल मार्ग भी सुविधाजनक है, लेकिन यह हवाई मार्ग की तुलना में कुछ ज्यादा समय ले सकता है।


 

मंगला गौरी मंदिर, गया, बिहार के आस-पास रुकने के लिए कुछ होटल और गेस्ट हाउस की सूची निम्नलिखित है:


होटल लीला पैलेस - गया

होटल सिटी इन - गया

होटल ग्रेसेंट पैलेस - गया

होटल महामाया इन - गया

होटल चौरांगी - गया

होटल ग्रैंड लक्ष्मी देवी - गया

होटल दिलवाना - गया

होटल पृथ्वीराज - गया

होटल मंगला गौरी रिज़ॉर्ट - गया

मंगला गौरी गेस्ट हाउस - गया


ये होटल और गेस्ट हाउस मंगला गौरी मंदिर के निकट हैं और आपको अपने प्रतिष्ठा के अनुसार ठहरने की सुविधा प्रदान करते हैं। इनमें से कुछ होटल आरामदायक और बजट-फ्रेंडली विकल्प भी हैं।

डिसक्लेमर

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