ये मैया मेरी है, सबसे बोल देंगे हम (Ye Maiya Meri Hai Sabse Bol Denge Hum)

ये मैया मेरी है,

सबसे बोल देंगे हम,

तोड़ के दुनिया से नाता,

माँ तुमसे जोड़ लेंगे हम,

ये मैया मेरी हैं,

सबसे बोल देंगे हम ॥


तुम्हारा ही भरोसा है,

तुम्हारा ही सहारा है,

मेरी आँखो के आगे माँ,

बस तेरा ही नजारा है,

एक यही विनती है,

पास रखना मैया हरदम,

ये मैया मेरी हैं,

सबसे बोल देंगे हम ॥


जो कुछ भी पास है मेरे,

तुम्हारी है मेहरबानी,

तुम्हारी ही दया से माँ,

चले मेरा दानापानी,

मुझे भी अपना लो,

सफल हो जायेगा जनम,

ये मैया मेरी हैं,

सबसे बोल देंगे हम ॥


सभी है बेटे माँ तेरे,

हमें इकबार कह दे तू,

‘श्याम’ को लेकर गोदी में,

थोड़ा सा प्यार करले तू,

अगर माँ मिल जाये,

जमाना छोड़ देंगे हम,

ये मैया मेरी हैं,

सबसे बोल देंगे हम ॥


ये मैया मेरी है,

सबसे बोल देंगे हम,

तोड़ के दुनिया से नाता,

माँ तुमसे जोड़ लेंगे हम,

ये मैया मेरी हैं,

सबसे बोल देंगे हम ॥

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जय हो, जय हो महाकाल राजा (Jai Ho Jai ho Mahakal Raja)

जय हो जय हो महाकाल राजा,
तेरी किरपा की छाई है छाया ।

अखुरथ संकष्टी चतुर्थी स्त्रोत

पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है।

वैशाख शुक्ल पक्ष की मोहिनी नामक एकादशी (Vaishaakh Shukl Paksh Kee Mohinee Naamak Ekaadashee)

भगवान् कृष्ण के मुखरबिन्द से इतनी कथा सुनकर पाण्डुनन्दन महाराज युधिष्ठिर ने उनसे कहा - हे भगवन् ! आपकी अमृतमय वाणी से इस कथा को सुना परन्तु हृदय की जिज्ञासा नष्ट होने के बजाय और भी प्रबल हो गई है।

सिद्ध-कुञ्जिका स्तोत्रम् (Siddha Kunjika Stotram)

सिद्ध-कुञ्जिका स्तोत्रम् श्रीरूद्रयामल के मन्त्र से सिद्ध है और इसे सिद्ध करने की जरूरत नहीं होती है। इस स्तोत्र को परम कल्याणकारी और चमत्कारी माना जाता है।

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