ये चमक ये दमक (Ye Chamak Ye Damak)

ये चमक ये दमक,

फूलवन मा महक,

सब कुछ सरकार तुम्हई से है,

इठला के पवन,

चूमे सैया के चरण,

बगियन मा बहार तुम्हई से है ॥


मेरे सुख दुःख की रखते हो खबर,

मेरे सर पर साया तुम्हारा है,

मेरी नैया के खेवनहार तुम्ही,

मेरा बेड़ा पार तुम्हई से है,

सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥


मैं तो भूल गयी कुछ भी कहना,

तोरी प्रीत में रोवत है नैना,

रग रग में बसी है प्रीत तोरी,

अखियन में खुमार तुम्हई से है,

सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥


मेरा दिल ले लो मेरी जा ले लो,

मेरा तन ले लो मेरा मन ले लो,

मेरे इश्क को निस्बत है तुमसे,

जीवन श्रृंगार तुम्हई से है,

सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥


मैं तो भूल गयी सब सुख चैना,

मोरे जबसे लडे तुम संग नैना,

मोरी नस नस में है प्रीत तोरी,

मेरा सब आधार तुम्हई से है,

सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥


मेरा कोई नहीं है दुनिया में,

मेरा तौल करार तुम्हई से है,

मैं कहाँ जाकर सौदा बेचूं,

मेरा सब व्यापार तुम्हई से है,

सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥


ये चमक ये दमक,

फूलवन मा महक,

सब कुछ सरकार तुम्हई से है,

इठला के पवन,

चूमे सैया के चरण,

बगियन मा बहार तुम्हई से है ॥

- पं. सुधीर व्यास जी।

........................................................................................................
अनंत पूजा और विश्वकर्मा पूजा का विशेष संगम

17 सितंबर को एक खास दिन है, जब अनंत चतुर्दशी व्रत, अनंत पूजा और बाबा विश्वकर्मा पूजा एक साथ मनाए जाएंगे। यह दिन भगवान विष्णु और भगवान विश्वकर्मा की विशेष आराधना का अवसर है। इन दोनों पूजा विधियों के धार्मिक महत्व और अनुष्ठानों पर आइए विस्तार से नजर डालते हैं

उड़ उड़ जा रे पंछी (Ud Ud Ja Re Panchhi )

उड़ उड़ जा रे पंछी,
मैया से कहियो रे,

मेरे सरकार का, दीदार बड़ा प्यारा है(Mere Sarkar Ka Didar Bada Pyara Hai)

मेरे सरकार का,
दीदार बड़ा प्यारा है ।

कभी-कभी भगवान को भी भक्तो (Kabhi Kabhi Bhagwan Ko Bhi Bhakto Se Kam Pade)

प्रभु केवट की नाव चढ़े
कभी कभी भगवान को भी भक्तो से काम पड़े ।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।