यही आशा लेकर आती हूँ,
हर बार तुम्हारे मंदिर में,
कभी नेह की होगी मुझपर भी,
बौछार तुम्हारे मंदिर में,
बौछार तुम्हारे मंदिर में ।
हे राधेश्वर गोपीवल्लभ तुम,
त्रिभुवन के आकर्षण हो,
पट तो हर दिन खुलते लेकिन,
जब भाग्य खुले तब दर्शन हो ।
होता है तुम्हारा नित नूतन,
शृंगार तुम्हारे मंदिर में,
कभी नेह की होगी मुझ पर भी,
बौछार तुम्हारे मंदिर में,
बौछार तुम्हारे मंदिर में ।
हे मुरलीधर कृष्ण-कन्हाई,
राधा रास बिहारी,
दर्शन भिक्षा मांग रहे है,
नैना दर्श भिखारी
राधा भी नहीं, मीरा भी नहीं,
मैं ललिता हूँ न विशाखा हूँ,
हे बृजराज तुम्हारे बृजत्रु की,
मैं कोमल सी इक शाखा हूँ,
इतना ही मिला आने का,
अधिकार तुम्हारे मंदिर में,
कभी नेह की होगी मुझ पर भी,
बौछार तुम्हारे मंदिर में,
बौछार तुम्हारे मंदिर में ।
राधा प्रियम, सरस सुन्दर, प्रेम धामम,
गोपी प्रियम, मदन जीत, नैनाभी रामम ।
योगी प्रियम, तव नवोदित, बाल चन्द्रम,
सर्वा प्रियम, सकल मंगल, मूल शामम ।
आज 13 मई 2025 से ज्येष्ठ माह का की शुरूआत हो रही है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष तिथि प्रतिपदा है। आज मंगलवार का दिन है। इस तिथि पर वरीयान् योग रहेगा।
आज 14 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का दूसरा दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष तिथि द्वितीया है। आज बुधवार का दिन है। इस तिथि पर परिघ योग रहेगा। चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेंगे।
आज 15 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का तीसरा दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष तिथि तृतीया है। आज गुरूवार का दिन है। इस तिथि पर शिव योग रहेगा। सूर्य वृषभ राशि में रहेंगे।
आज 16 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का चौथा दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष तिथि चतुर्थी है। आज शुक्रवार का दिन है। इस तिथि पर सिद्ध योग रहेगा। सूर्य वृषभ राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा राशि धनु राशि में रहेंगे।