वो लाल लंगोटे वाला,
माता अंजनी का लाला,
भक्तों के कष्ट मिटाए,
विपदा को दूर भगाए,
ऐसा तो सालासर वाला है,
भक्तो का रखवाला है ॥
सालासर में देखो,
भवन बना है भारी,
सोने और चांदी की,
चमक अनोखी न्यारी,
मंदिर की छटा निराली,
सुध बुध खो देने वाली,
मंदिर की छटा निराली,
सुध बुध खो देने वाली,
ऐसा तो सालासर वाला है,
भक्तो का रखवाला है ॥
सुन्दरकाण्ड करे जो,
हनुमत खुश हो जाए,
उन पर किरपा है जो,
हनुमान चालीसा गाये,
नित पाठ करे जो इनका,
ये ध्यान रखे है उनका,
नित पाठ करे जो इनका,
ये ध्यान रखे है उनका,
ऐसा तो सालासर वाला है,
भक्तो का रखवाला है ॥
छोड़ो दुनियादारी,
मोह माया को त्यागो,
भक्त शिरोमणि है ये,
भक्ति का वर मांगो,
‘बिन्नू’ भक्ति मिल जाए,
रस्ता रोशन हो जाए,
‘बिन्नू’ भक्ति मिल जाए,
रस्ता रोशन हो जाए,
ऐसा तो सालासर वाला है,
भक्तो का रखवाला है ॥
वो लाल लंगोटे वाला,
माता अंजनी का लाला,
भक्तों के कष्ट मिटाए,
विपदा को दूर भगाए,
ऐसा तो सालासर वाला है,
भक्तो का रखवाला है ॥
........................................................................................................रोज नहीं मिला एक मुंड और पिंड तो जाग जाएगा दैत्य गयासुर, कोरोना में भी नहीं टूटी परंपरा
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शास्त्रों में वर्णित है कि हम अपने पितरों को जो देते हैं उससे कई गुना ज्यादा वो हमें प्रदान कर देते हैं। उनका आशीर्वाद सदा हमें हमारे जीवन में आगे की ओर बढ़ने को मार्ग प्रशस्त करता है।