वीर बलि हनुमान, ये हैं राम भक्त हनुमान (Veer Bali Hanuman Ye Hai Ram Bhakt Hanuman)

वीर बलि हनुमान,
ये हैं राम भक्त हनुमान,
सारे जग में फैली शान,
सारे भक्त करें गुणगान,
थारी जय हो,
थारी जय हो पवन सुत,
बजरंगी हनुमान,
बालाजी तेरी जय हो,
पवन सुत माँ अंजना के लाल ॥

मेहंदीपुर के बालाजी का,
सारे जग में नाम जी,
भूत प्रेत है दूर भगावे,
आवे सबके काम जी,
सांचो है धाम थारो,
थारो ही म्हणे है सहारो,
बालाजी म्हणे थारो,
विर बलि हनुमान,
ये हैं राम भक्त हनुमान ॥

सालासर के बालाजी का,
बड़ा ही प्यारा धाम जी,
कलयुग में भक्तां के मुख पे,
थारो ही तो नाम जी,
जग पूजे थाने सारो,
बिगड़ा सब काज थे संवारो,
भक्तां ने पार उतारो,
विर बलि हनुमान,
ये हैं राम भक्त हनुमान ॥

लंबोरिया बालाजी सारे,
देवों के संग पूजा रहे,
कहे ‘रवि’ हर फरियादी की,
सारी आशा पूरा रहे,
जो भी था गुण गावे,
जीवन में सारा सुख पावे,
वो हर दम मौज उड़ावे,
विर बलि हनुमान,
ये हैं राम भक्त हनुमान ॥

वीर बलि हनुमान,
ये हैं राम भक्त हनुमान,
सारे जग में फैली शान,
सारे भक्त करें गुणगान,
थारी जय हो,
थारी जय हो पवन सुत,
बजरंगी हनुमान,
बालाजी तेरी जय हो,
पवन सुत माँ अंजना के लाल ॥

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जन्मे जन्मे कृष्ण कन्हाई, बधाई दे दे री मैया (Janme Janme Krishna Kanhai Badhai De De Ri Maiya)

जन्मे जन्मे कृष्ण कन्हाई,
बधाई दे दे री मैया,

जनवरी में कब है संकष्टी चतुर्थी

सनातन हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी का व्रत अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। बता दें कि साल की पहली संकष्टी चतुर्थी लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी के नाम से भी जानी जाती है। यह व्रत मुख्य रूप से भगवान गणेश जी और सकट माता की पूजा-अर्चना के लिए प्रसिद्ध है।

तुम बिन मोरी कौन खबर ले गोवर्धन गिरधारी(Tum Bin Mori Kaun Khabar Le Govardhan Girdhari)

तुम बिन मोरी कौन खबर ले,
गोवर्धन गिरधारी,

सज धज के बैठी है माँ, लागे सेठानी (Saj Dhaj Ke Baithi Hai Maa Laage Sethani)

सज धज के बैठी है माँ,
लागे सेठानी,

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