ऊँचे ऊँचे पर्वत पे, शारदा माँ का डेरा है (Unche Unche Parvat Pe Sharda Maa Ka Dera Hai)

ऊँचे ऊँचे पर्वत पे,

शारदा माँ का डेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है,

ऊंचे ऊंचे पर्वत पे,

मैया का बसेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है ॥


अपनी सारी जिंदगी,

हमने तेरे नाम कर दी,

खुशियां या गम देना,

अम्बे माँ तेरी मर्जी,

तू जो चाहे होवे शाम,

चाहे तो सवेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है ॥


सूरत नैनो में बसा,

अखियां में बंद कर लूँ,

देवी मैया तुझसे,

बातें मैं चंद कर लूँ,

देखूं तुझे जी भर के,

यही ख्वाब मेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है ॥


रोते रोते जो आते,

मुस्कान ले जाते है,

खोया जो जीवन में,

सुख सारे पाते है,

कटे तेरी कृपा से माँ,

दुखो का ये घेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है ॥


ऊँचे ऊँचे पर्वत पे,

शारदा माँ का डेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है,

ऊंचे ऊंचे पर्वत पे,

मैया का बसेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है ॥

........................................................................................................
अथ चौरासी सिद्ध चालीसा - गोरखनाथ मठ (Ath Chaurasi Siddha Chalisa - Gorakhnath Math)

श्री गुरु गणनायक सिमर, शारदा का आधार।
कहूँ सुयश श्रीनाथ का, निज मति के अनुसार।

गोवर्धन पूजा की कथा

गोवर्धन पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो भगवान कृष्ण की महिमा और उनके भक्तों के प्रति उनके प्रेम का उत्सव मनाता है। इस त्योहार के दौरान, एक पारंपरिक प्रथा है जिसमें गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाई जाती है।

ब्रज की होली

होली भारत में रंगों का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है, लेकिन जब ब्रज की होली की बात आती है, तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। मथुरा, वृंदावन, नंदगांव और बरसाना में यह पर्व अनोखे अंदाज में मनाया जाता है। श्रीकृष्ण और राधा की प्रेम लीलाओं से जुड़े इस उत्सव में भक्ति, संगीत, नृत्य और उल्लास का अद्भुत मेल देखने को मिलता है।

मुझे तूने मालिक, बहुत कुछ दिया है (Mujhe Tune Malik Bahut Kuch Diya Hai)

मुझे तूने मालिक,
बहुत कुछ दिया है ।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने