तूने अजब रचा भगवान खिलौना माटी का (Tune Ajab Racha Bhagwan Khilona Mati Ka)

तूने अजब रचा भगवान खिलौना माटी का,

माटी का रे, माटी का,

माटी का रे, माटी का,

तूने अजब रचा भगवान खिलौना माटी का ।


कान दिए हरी भजन सुनन को,

हो कान दिए हरी भजन सुनन को,

तु मुख से कर गुणगान,

खिलौना माटी का ।

तूने अजब रचा भगवान खिलौना माटी का ।


जीभा दी हरी भजन करन को,

हो जीभा दी हरी भजन करन को,

दी आँखे कर पहचान,

खिलौना माटी का ।

तूने अजब रचा भगवान खिलौना माटी का ।


शीश दिया गुरु चरण झुकन को,

हो शीश दिया गुरु चरण झुकन को,

और हाथ दिए कर दान,

खिलौना माटी का ।

तूने अजब रचा भगवान खिलौना माटी का ।


सत्य नाम का बना का बेडा,

हो सत्य नाम का बना का बेडा,

और उतरे भव से पार,

खिलौना माटी का ।

तूने अजब रचा भगवान खिलौना माटी का ।

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भाद्रपद कृष्ण की अजा एकादशी (Bhaadrapad Krishn Ki Aja Ekaadashi)

युधिष्ठिर ने कहा-हे जनार्दन ! आगे अब आप मुझसे भाद्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का नाम और माहात्म्य का वर्णन करिये।

आ जाओ अम्बे मैया (Aa Jao Ambe Maiya)

आ जाओ अम्बे मैया,
मेरे मकान में,

दुर्गा कवच पाठ

माता ललिता को दस महाविद्याओं की तीसरी महाविद्या माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन देवी की आराधना करने से सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

शरण में आये हैं हम तुम्हारी (Sharan Mein Aaye Hain Hum Tumhari)

शरण में आये हैं हम तुम्हारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।

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