तुम करलो प्रभु से प्यार, अमृत बरसेगा(Tum Karlo Prabhu Se Pyar Amrat Barsega)

तुम करलो प्रभु से प्यार,

अमृत बरसेगा,

बरसेगा नित बरसेगा,

तुम करलों प्रभु से प्यार,

अमृत बरसेगा ॥


दया धर्म से प्रीति करलो,

भव सागर से पार उतर लो,

तेरा हो जाए बेडा पार,

अमृत बरसेगा,

तुम करलों प्रभु से प्यार,

अमृत बरसेगा ॥


सत्य ज्ञान ही गहना,

कड़वा बोल कभी ना कहना,

तुम करो आत्म उद्धार,

अमृत बरसेगा,

तुम करलों प्रभु से प्यार,

अमृत बरसेगा ॥


ॐ नाम का अमृत प्याला,

पी ले बनकर किस्मत वाला,

ये मिले ना बारमबार,

अमृत बरसेगा,

तुम करलों प्रभु से प्यार,

अमृत बरसेगा ॥


तुम करलो प्रभु से प्यार,

अमृत बरसेगा,

बरसेगा नित बरसेगा,

तुम करलों प्रभु से प्यार,

अमृत बरसेगा ॥


........................................................................................................
महाराज विनायक आओ: भजन (Maharaj Vinayak Aao)

गणराज विनायक आओ,
म्हारी सभा में रंग बरसाओ,

म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश(Mhane Jambhoji Diyo Upadesh)

म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश,
भाग म्हारो जागियो ॥

श्री शीतलनाथ चालीसा (Shri Sheetalnath Chalisa)

शीतल हैं शीतल वचन, चन्दन से अधिकाय ।
कल्प वृक्ष सम प्रभु चरण, हैं सबको सुखकाय ।।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने