तू प्यार का सागर है,
तेरी एक बूँद के प्यासे हम ।
लौटा जो दिया तूने,
चले जायेंगे जहां से हम ।
तू प्यार का सागर है..॥
घायल मन का पागल पंछी,
उड़ने को बेकरार ।
पंख हैं कोमल, आँख है धुंदली,
जाना है सागर पार ।
अब तू ही इसे समझा,
राह भूले थे कहाँ से हम ।
तू प्यार का सागर है..॥
इधर झूम के गाए जिन्दगी,
उधर है मौत खड़ी ।
कोई क्या जाने कहाँ है सीमा,
उलझन आन पड़ी ।
कानों में ज़रा कह दे,
कि आएं कौन दिशा से हम ।
तू प्यार का सागर है..॥
तू प्यार का सागर है,
तेरी एक बूँद के प्यासे हम ।
लौटा जो दिया तूने,
चले जायेंगे जहां से हम ।
तू प्यार का सागर है..॥
नाम मेरी राधा रानी का जिस जिस ने गाया है,
बांके बिहारी ने उसे अपना बनाया है,
कार्तिगाई दीपम उत्सव दक्षिण भारत के सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जो भगवान कार्तिकेय को समर्पित है।
नाम तेरा दुर्गे मैया हो गया,
दुर्गुणों का नाश करते करते ॥
दक्षिण भारत में मनाया जाने वाला कार्तिगाई दीपम उत्सव एक महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है, जो भगवान कार्तिकेय को समर्पित है।