सोने की लंका जलाए गयो रे,
एक छोटो सो वानर,
छोटो सो वानर,
एक छोटो सो वानर,
रावण को पानी पिलाए गयो रे,
एक छोटो सो वानर,
सोने की लंका जलाये गयो रे,
एक छोटो सो वानर ॥
बालापन में सूरज ने निगल्यौ,
फल समझ कर खा गयो रे,
एक छोटो सो वानर,
सोने की लंका जलाये गयो रे,
एक छोटो सो वानर ॥
शक्ति बाण लग्यो लक्ष्मण के,
लक्ष्मण के प्राण बचा गयो रे,
एक छोटो सो वानर,
सोने की लंका जलाये गयो रे,
एक छोटो सो वानर ॥
धोखे से रावण ने सीता को हरली,
माता को पतों लगाय गयो रे,
एक छोटो सो वानर,
सोने की लंका जलाये गयो रे,
एक छोटो सो वानर ॥
किसी ने पूछा तेरा राम है कहाँ पर,
सीना फाड़ दिखाय गयो रे,
एक छोटो सो वानर,
सोने की लंका जलाये गयो रे,
एक छोटो सो वानर ॥
चुन चुन करके दुष्टो को मारा,
दानव के छक्के छुड़ाए गयो रे,
एक छोटो सो वानर,
सोने की लंका जलाये गयो रे,
एक छोटो सो वानर ॥
दानव संहारे ‘हर्ष’ लंका को जीता,
सीता को राम से मिलाए गयो रे,
एक छोटो सो वानर,
सोने की लंका जलाये गयो रे,
एक छोटो सो वानर ॥
सोने की लंका जलाए गयो रे,
एक छोटो सो वानर,
छोटो सो वानर,
एक छोटो सो वानर,
रावण को पानी पिलाए गयो रे,
एक छोटो सो वानर,
सोने की लंका जलाये गयो रे,
एक छोटो सो वानर ॥
दुर्गा पूजा पूरे देश में धूमधाम से मनाई जाती है। लेकिन पश्चिम बंगाल में इसका महत्व अलग ही होता है। यहां दुर्गापूजा केवल 09 दिनों का एक त्योहार नहीं, बल्कि पूरे वर्ष भर के उल्लास और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।
तमिलनाडु में नवरात्रि का त्योहार बेहद खास और अनोखे तरीके से मनाया जाता है जिसे 'गोलू' परंपरा के नाम से जाना जाता है। जहां एक तरफ उत्तर और पश्चिम भारत में नवरात्रि को डांडिया और दुर्गा पूजा से जोड़ा जाता है।
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