सिंघ सवारी महिमा भारी: भजन (Singh Sawari Mahima Bhari)

सिंघ सवारी महिमा भारी,

पहाड़ों में अस्थान तेरा,

ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर भी,

करते माँ गुणगान तेरा ॥


कोलकत्ता में काली से,

तेरे मंदिर नगर नगर में,

तेरा भरे नवरात में मेला,

तेरी पूजा हो घर घर में,

धोलागढ़ और गुड़गामे में,

भक्त धरते ध्यान तेरा,

ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर भी,

करते माँ गुणगान तेरा ॥


तने शुम्भ निशुम्भ है संहारे,

और रक्त बीज है मारे,

तने अपणे भक्त उबारे,

तेरे गूंज रहे जयकारे,

द्वारपाल से भैरो जी,

और सेवक से हनुमान तेरा,

ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर भी,

करते माँ गुणगान तेरा ॥


कभी बण के दुर्गा आई,

शिव की शक्ति कहलाई,

माँ बणकै द्रोपती चंडी,

कौरव सेना खपवाई,

माँ पांचो पांडव शीश झुका के,

किया मात सन्मान तेरा,

ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर भी,

करते माँ गुणगान तेरा ॥


जो तेरा ध्यान लगावे,

माँ मन इक्छा फल पावे,

तेरा ‘राजपाल’ डोडी पे,

माँ बैठ तेरा गुणगान करे,

यो ‘लख्खा’ भेंटे गावे,

गुण गाते है वेद पुराण तेरा,

ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर भी,

करते माँ गुणगान तेरा ॥


सिंघ सवारी महिमा भारी,

पहाड़ों में अस्थान तेरा,

ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर भी,

करते माँ गुणगान तेरा ॥


........................................................................................................
श्री राधा चालीसा (Shri Radha Chalisa)

श्री राधे वुषभानुजा, भक्तनि प्राणाधार ।
वृन्दाविपिन विहारिणी, प्रानावौ बारम्बार ॥

होलिका दहन पूजा विधि

होली का त्योहार एकता, आनंद और परंपराओं का एक भव्य उत्सव है। इसलिए, इसकी धूम पूरी दुनिया में है। दिवाली के बाद यह दूसरे सबसे महत्वपूर्ण त्योहार के रूप में जाना जाता है।

नरसिंह भगवान की पूजा कैसे करें?

नरसिंह भगवान हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के दस प्रमुख अवतारों में से चौथा अवतार हैं। उन्हें आधा मानव और आधा सिंह के रूप में दर्शाया जाता है। यह एक ऐसा अवतार था जो अपने भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए लिया गया था।

मोक्षदा एकादशी के दिन क्या करें और क्या नहीं

हिंदू धर्म में मोक्षदा एकादशी को अत्यंत शुभ और पुण्यकारी माना गया है। यह पर्व हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। इस वर्ष मोक्षदा एकादशी 11 दिसंबर 2024 को मनाई जाएगी।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने