शुरू हो रही है राम कहानी - भजन (Shuru Ho Rahi Hai Ram Kahani)

शुरू हो रही है राम कहानी,

शुरू हो रही हैं राम कहानी,

महिमा पुरानी वेद बखानी,

तुलसी की वाणी,

शुरू हो रही हैं राम कहानी ॥


जग कर्ता-धर्ता भरता है,

माता पिता बंधु दाता है,

प्रेम से याज्ञवल्क्य जी गाये,

जीवन धन मानी,

शुरू हो रही हैं राम कहानी ॥


कथा श्रवण से सुख मिलता है,

जन्म मरण भव दुख मिटता है,

कागभुसुंडि जी नित गाये,

सब गुण खानी,

शुरू हो रही हैं राम कहानी ॥


अधर्म राज का अंत हुआ है,

जीवन धर्म जीवंत हुआ है,

अवध में राजा राम सुहाए,

सीता महारानी,

शुरू हो रही हैं राम कहानी ॥


दुनिया का अनमोल रतन है,

कृष्णानंद का जीवन धन है,

पार्वती को शिव जी सुनाएं,

परा भक्ति दानी,

शुरू हो रही हैं राम कहानी ॥


शुरू हो रही है राम कहानी,

शुरू हो रही हैं राम कहानी,

महिमा पुरानी वेद बखानी,

तुलसी की वाणी,

शुरू हो रही हैं राम कहानी ॥

........................................................................................................
गौरी नंदन तेरा वंदन, करता है संसार (Gauri Nandan Tera Vandan Karta Hai Sansar)

गौरी नंदन तेरा वंदन,
करता है संसार,

यदि नाथ का नाम दयानिधि है (Yadi Nath Ka Naam Dayanidhi Hai)

यदि नाथ का नाम दयानिधि है,
तो दया भी करेंगे कभी ना कभी,

जगन्नाथ भगवान की पूजा कैसे करें?

जगन्नाथ यानी कि जगत के स्वामी या संसार के प्रभु। यह उनके ब्रह्म रूप और संसार के पालनहार के रूप को दर्शाता है। भगवान जगन्नाथ की पूजा विशेष रूप से "रथ यात्रा" के दौरान होती है, जो एक प्रसिद्ध हिन्दू त्योहार है। यह यात्रा पुरी में आयोजित होती है और हर साल लाखों श्रद्धालु इसमें भाग लेते हैं।

मासिक दुर्गाष्टमी पूजा विधि

मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। सनातन धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का एक विशेष महत्व है, यह दिन मां दुर्गा की पूजा-अर्चना का होता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।