श्री राम आएंगे श्री राम आएंगे ॥
पलकें बिछाएंगे,
दीपक जलाएंगे,
दिल से अभिनंदन होगा,
भाव से अभिनंदन होगा,
शहनाई गूंजेंगी और ढोल बजाएंगे,
जब अपने महलों में श्री राम आएंगे ॥
नगर नगर बस्ती को हम रोशन कर देंगे,
जय घोष की गर्जन से अंबर को भर देंगे,
ये भगवा धर्म का झंडा ऊंचा लहराएंगे,
श्री राम आएंगे श्री राम आएंगे ॥
इस नए महल की हो राघव को लाख बधाई,
अब राम की मधुर ध्वनि देंगी दुनिया में सुनाई,
हम राम नाम से ही पहचाने जाएंगे,
श्री राम आएंगे श्री राम आएंगे ॥
कंवल सब झूम रहे मगन सरयू की धारा,
पवन में मस्ती है नाचे गगन पे तारा,
अब राम राज होगा सब मंगल गाएंगे,
अखंड-मंडलाकारं
व्याप्तम येन चराचरम
मोक्षदा एकादशी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। यह त्योहार मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है, जो भगवान विष्णु की कृपा से मोक्ष की प्राप्ति का प्रतीक है।
"दक्षिण का स्वर्ग" कहे जाने वाले अतिसुन्दर राज्य केरल में गुरुवायुर एकादशी का पर्व पूरी आस्था के साथ मनाया जाता है। यह पर्व गुरुवायुर कृष्ण मंदिर में विशेष रूप से मनाया जाता है, जो भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है।
त्स्य द्वादशी पर सही तरीके से पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और वे प्रसन्न होते हैं। इससे जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है।