श्रीमन नारायण नारायण हरी हरी.(Shri Man Narayan Narayan Hari Hari)

श्रीमन नारायण नारायण हरी हरी

श्रीमन नारायण नारायण हरी हरी - x2


तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरी हरी

तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरी हरी - x2


भजमन नारायण नारायण हरी हरी - 2

जय जय नारायण नारायण हरी हरी - 2

श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी - 2


हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा

हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा - x2


लक्ष्मी नारायण नारायण हरी हरी - 2

बोलो नारायण नारायण हरी हरी - 2


भजो नारायण नारायण हरी हरी - 2

जय जय नारायण नारायण हरी हरी - 2

श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी - 2


तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरी हरी - 2

श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी - 2


हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा

हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा - x2


सत्य नारायण नारायण हरी हरी - 2

जपो नारायण नारायण हरी हरी - 2

भजो नारायण नारायण हरी हरी - 2

जय जय नारायण नारायण हरी हरी - 2

श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी - 2


तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरी हरी - 2

श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी - 2


हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा

हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा - x2


बोलो नारायण नारायण हरी हरी - 2

भजमन नारायण नारायण हरी हरी - 2

जय जय नारायण नारायण हरी हरी - 2

श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी - 2

तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरी हरी - 2

श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी - 2


हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा

हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा - x2


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ऊँचे ऊँचे पर्वत पे, शारदा माँ का डेरा है (Unche Unche Parvat Pe Sharda Maa Ka Dera Hai)

ऊँचे ऊँचे पर्वत पे,
शारदा माँ का डेरा है,

रवि प्रदोष व्रत के उपाय

हिंदू धर्म में, प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत मनाया जाता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, फरवरी माह का पहला प्रदोष व्रत 9 फरवरी को मनाया जाएगा। सप्ताह के सातों दिनों में से जिस दिन प्रदोष व्रत पड़ता है उसी के नाम पर उस प्रदोष का नाम रखा जाता है।

जो विधि कर्म में लिखे विधाता (Jo Vidhi Karam Me Likha Vidhata)

जो विधि कर्म में लिखे विधाता,
मिटाने वाला कोई नहीं,

माता चंडी की पूजा विधि

मां चंडी जो विशेष रूप से शक्ति, दुर्गा और पार्वती के रूप में पूजी जाती हैं। उनका रूप रौद्र और उग्र होता है, और वे शत्रुओं का नाश करने वाली, बुराई का विनाश करने वाली और संसार को शांति देने वाली देवी के रूप में पूजा जाती हैं।

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