शिव भोले भंडारी, बम भोले औघड़दानी: भजन (Shiv Bhole Bhandari Bam Bhole Aughardani)

शिव भोले भंडारी,

बम भोले औघड़दानी,

भंडारी भोले भंडारी,

शिव भोला भंडारी,

बम भोले औघड़दानी ॥


तीनो लोक में नाम तेरो है,

नाम तेरो है भोला नाम तेरो है,

दर पे आते है नर नारी,

शिव भोला भंडारी,

शिव भोला भंडारी,

बम भोले औघड़दानी ॥


हे भूतेशर हे ममलेश्वर,

हे भूतेशर हे ममलेश्वर,

डमरू बजाए त्रिपुरारी,

शिव भोला भंडारी,

शिव भोला भंडारी,

बम भोले औघड़दानी ॥


ब्रम्हादिक मुनि तेरो यश गावे,

ब्रम्हादिक मुनि तेरो यश गावे,

पूजे दुनिया सारी,

शिव भोला भंडारी,

शिव भोला भंडारी,

बम भोले औघड़दानी ॥


शिव भोले भंडारी,

बम भोले औघड़दानी,

भंडारी भोले भंडारी,

शिव भोला भंडारी,

बम भोले औघड़दानी ॥


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श्री महाकाली मैया की आरती

मंगल की सेवा, सुन मेरी देवा, हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े।
पान सुपारी, ध्वजा, नारियल, ले ज्वाला तेरी भेंट करे॥

हे संकट मोचन करते है वंदन(Hey Sankat Mochan Karte Hai Vandan)

हे संकट मोचन करते है वंदन
तुम्हरे बिना संकट कौन हरे,

गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा क्यों की जाती है?

हिंदू धर्म में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन केले के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है क्योंकि मान्यता है कि इस पेड़ में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का वास होता है।

रामयुग: जय हनुमान - हर हर है हनुवीर का (Jai Hanuman From Ramyug)

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥

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