शेरावाली के दरबार में, होती है सुनवाई (Sherawali Ke Darbar Mein Hoti Hai Sunwai)

शेरावाली के दरबार में,

होती है सुनवाई,

सारे जग की महारानी ये,

जगदम्बा महामाई,

शेरावाली के दरबार मे,

होती है सुनवाई ॥


जिसने माँगा मैया तुझसे,

पल में झोली भर गई,

मैया तेरी लाल चुनरिया,

ऐसा जादू कर गई,

किमस्त खुल गई जिसके सर पे,

लाल चुनर लहराई,

शेरावाली के दरबार मे,

होती है सुनवाई ॥


जब भी कोई भारी संकट,

मैया हम पे आए,

मैया तेरे सिवा हमें कोई,

और नज़र ना आए,

कदम कदम पे भक्तो की,

माँ तूने लाज बचाई,

शेरावाली के दरबार मे,

होती है सुनवाई ॥


तो माँ बड़े गर्व से,

सबको ये बतलाता,

हरपल रक्षा करती मेरी,

शेरावाली माता,

मेरी उंगली थाम के चलती,

मैया की परछाई,

शेरावाली के दरबार मे,

होती है सुनवाई ॥


किसको देना कब क्या देना,

माँ को सब खबर है,

हर भक्तो के ऊपर,

मेरी मैया नज़र है,

मैया की कृपा से ही,

ये श्रष्टि रची रचाई,

शेरावाली के दरबार मे,

होती है सुनवाई ॥


शेरावाली के दरबार में,

होती है सुनवाई,

सारे जग की महारानी ये,

जगदम्बा महामाई,

शेरावाली के दरबार मे,

होती है सुनवाई ॥

........................................................................................................
आजा.. नंद के दुलारे हो..हो..: भजन (Ajaa Nand Ke Dulare)

आजाआ... ओओओ...
आजा.. नंद के दुलारे हो..हो..

शुक्रवार व्रत कथा और महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सप्ताह के सातों दिनों में से शुक्रवार का दिन माता संतोषी को समर्पित माना जाता है। शुक्रवार के दिन मां संतोषी का व्रत उनकी व्रत कथा के बिना अधूरा माना जाता है।

मैय्या तेरी जय जयकार (Maiya Teri Jai Jaikaar)

तेरी गोद में सर है, मैय्या
अब मुझको क्या डर है, मैय्या

हे बांके बिहारी गिरधारी हो प्यार तुम्हारे चरणों में (Hey Banke Bihari Girdhari Ho Pyar Tumhare Charno Mein)

हे बांके बिहारी गिरधारी,
हो प्यार तुम्हारे चरणों में,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने