शेंरावाली दा चोला सुहा लाल, लाल माँ नु प्यारा लागे (Sherawali Da Chola Suha Lal Lal Maa Nu Pyara Lage)

शेरावाली दा चोला सुहा लाल,

लाल माँ नु प्यारा लागे ॥


मैया जी दे सिर उते चुनरी है सजदी,

मैया जी दे सिर उते चुनरी है सजदी,

माँ दी चुनरी दा रंग सुहा लाल,

लाल माँ नु प्यारा लागे,

शेंरावाली दा चोला सुहा लाल,

लाल माँ नु प्यारा लागे ॥


मैया जी दे मत्थे उते बिंदिया चमकदी,

मैया जी दे मत्थे उते बिंदिया चमकदी,

माँ दी बिंदिया दा रंग भी है लाल,

लाल माँ नु प्यारा लागे,

शेंरावाली दा चोला सुहा लाल,

लाल माँ नु प्यारा लागे ॥


मैया जी दे हत्था विच मेहंदी महकदी,

मैया जी दे हत्था विच मेहंदी महकदी,

माँ दी मेहंदी दा रंग गहरा लाल,

लाल माँ नु प्यारा लागे,

शेंरावाली दा चोला सुहा लाल,

लाल माँ नु प्यारा लागे ॥


मैया जी दी बाहि विच चुड़िया खनकती,

माँ दी चूड़ियां दा रंग भी है लाल,

लाल माँ नु प्यारा लागे,

शेंरावाली दा चोला सुहा लाल,

लाल माँ नु प्यारा लागे ॥


‘संजू बिमला’ तो माँ दा श्रृंगार करदी,

‘संजू बिमला’ तो माँ दा श्रृंगार करदी,

‘राणा’ लिखे गुण बण तेरा लाल,

लाल माँ नु प्यारा लागे,

शेंरावाली दा चोला सुहा लाल,

लाल माँ नु प्यारा लागे ॥


शेरावाली दा चोला सुहा लाल,

लाल माँ नु प्यारा लागे ॥

........................................................................................................
तेरी मुरली की मैं हूँ गुलाम(Teri Murli Ki Main Huun Gulaam Mere Albele Shyam)

तेरी मुरली की मैं हूँ गुलाम, मेरे अलबेले श्याम
अलबेले श्याम मेरे मतवाले श्याम ॥

सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया(Sanwali Surat Pe Mohan Dil Diwana Ho Gaya)

सांवली सूरत पे मोहन,
दिल दीवाना हो गया ।

इन 4 राशियों के लिए खास मार्गशीर्ष पूर्णिमा

साल 2024 की आखिरी पूर्णिमा मार्गशीर्ष पूर्णिमा है, जो 15 दिसंबर को पड़ रही है। यह पूर्णिमा तिथि लक्ष्मीनारायण की पूजा के लिए विशेष रूप से समर्पित है और इसके शुभ प्रभाव से जीवन में सुख-समृद्धि और धन-वैभव की प्राप्ति होती है।

आरती श्री कुंज बिहारी जी की (Aarti Shri Kunj Bihari Ji Ki)

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने