शरण तेरी आयों बांके बिहारी (Sharan Teri Aayo Banke Bihari)

शरण तेरी आयो बांके बिहारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


पल पल में परदा किये जा रहे हो,

पल पल में परदा किये जा रहे हो,

नज़र कब मिलेगी हमारी तुम्हारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,

चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,

बढ़ा क्यों रहे हो बेकरारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,

दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,

जिगर चिर दिखला दे छवि तुम्हारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


शरण तेरी आयो बांके बिहारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥

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शिव कैलाशो के वासी (Shiv Kailasho Ke Vasi)

शिव कैलाशो के वासी, धौली धारों के राजा,

भटकूं क्यों मैं भला, संग मेरे है सांवरा (Bhatku Kyun Main Bhala Sang Mere Hai Sanwara)

भटकूं क्यों मैं भला,
संग मेरे है सांवरा,

शेरावाली का सच्चा दरबार है (Sherawali Ka Sacha Darbar Hai)

शेरावाली का सच्चा दरबार है,
यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है,

क्यों खास होता है फाल्गुन मास

सनातन धर्म में फाल्गुन मास का विशेष महत्व है। पंचांग के अनुसार, साल का अंतिम महीना फाल्गुन मास होता है। इसके बाद हिंदू नववर्ष शुरू हो जाता है।

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