शरण तेरी आयों बांके बिहारी (Sharan Teri Aayo Banke Bihari)

शरण तेरी आयो बांके बिहारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


पल पल में परदा किये जा रहे हो,

पल पल में परदा किये जा रहे हो,

नज़र कब मिलेगी हमारी तुम्हारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,

चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,

बढ़ा क्यों रहे हो बेकरारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,

दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,

जिगर चिर दिखला दे छवि तुम्हारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


शरण तेरी आयो बांके बिहारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥

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फाल्गुन कृष्ण विजया नाम एकादशी व्रत (Phalgun Krishna Vijaya Naam Ekaadashi Vrat)

इतनी कथा सुन महाराज युधिष्ठिर ने फिर भगवान् श्रीकृष्ण से पूछा कि अब आप कृपाकर फाल्गुन कृष्ण एकादशी का नाम, व्रत का विधान और माहात्म्य एवं पुण्य फल का वर्णन कीजिये मेरी सुनने की बड़ी इच्छा है।

बाबा का दरबार सुहाना लगता है (Baba Ka Darbar Suhana Lagta Hai)

बाबा का दरबार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥

ऐसा प्यार बहा दे मैया (Aisa Pyar Baha De Maiya)

या देवी सर्वभूतेषु,
दया-रूपेण संस्थिता ।

श्री चित्रगुप्त चालीसा (Shri Chitragupta Chalisa)

कुल गुरू को नमन कर, स्मरण करूँ गणेश ।
फिर चरण रज सिर धरहँ, बह्मा, विष्णु, महेश ।।

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