ॐ शंकर शिव भोले उमापति महादेव (Shankar Shiv Bhole Umapati Mahadev)

शंकर शिव भोले उमापति महादेव

शंकर शिव भोले उमापति महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

महादेव, महादेव, महादेव...


महेशम् सुरेशम सुरारती नाशम, सुरारती नाशम

विभूम विश्वनताम, विभुत्यांग भूषं

विभूम विश्वनताम, विभुत्यांग भूषं

तिरूपाक्षहमितवार कृपहुँ त्रिनेत्रम

तिरूपाक्षहमितवार कृपहुँ त्रिनेत्रम

सदानन्द निमें प्रभु पंचबद्रम

सदानन्द निमें प्रभु पंचबद्रम

नमस्ते नमस्ते विभोविश्वमूर्ते


शंकर शिव भोले उमापति महादेव

शंकर शिव भोले उमापति महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

महादेव, महादेव, महादेव...


तत्व जगतभवती देवभवस्मरारे

त्वयेव तिस्टति जगन मिड्ड विश्वनाथ

तत्व जगतभवती देवभवस्मरारे

त्वयेव तिस्टति जगन मिड्ड विश्वनाथ

त्वयेव गच्छति लयम् जगदीश्वर

लिंगात्मकम हारस्चरात चरः विश्वरूपिंग

नमस्ते नमस्ते तपो योग गम्याः


शंकर शिव भोले उमापति महादेव

शंकर शिव भोले उमापति महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

महादेव, महादेव, महादेव...


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तेरी अंखिया हैं जादू भरी: भजन (Teri Akhiya Hai Jadu Bhari)

तेरी अंखिया हैं जादू भरी,
बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥

मां काली की पूजा विधि

मां काली को शक्ति, विनाश और परिवर्तन की प्रतीक हैं। उन्हें दुर्गा का एक रूप माना जाता है और वे दस महाविद्याओं में से एक हैं। मां काली का रूप उग्र और भयानक है, लेकिन वे अपने भक्तों के लिए सुरक्षा प्रदान करती हैं।

माँ हो तो ऐसी हो ऐसी हो(Maa Ho To Aisi Ho Aisi Ho)

हाँ माँ हो तो ऐसी हो ऐसी हो
ऐसी हो काली मैय्यां तेरे जैसी हो

दुर्गा कवच पाठ

माता ललिता को दस महाविद्याओं की तीसरी महाविद्या माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन देवी की आराधना करने से सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

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