शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी(Shabari Sanware Rastha Aayenge Ram Ji)

शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी,

मेरा भी धन्य जीवन बनायेंगे रामजी

आँखों से रोज अपनि राहे बुहारती,

कांटे लगे ना कोई कोमल है राम जी,

शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी.....


डलियाँ में बेर बागो से चुन चुन के ला रही,

कलियाँ में बेर बागो से चुन चुन के ला रही,

खट्टे हो चाहे मीठे हो खाएँगे राम जी,

मेरा भी धन्य जीवन बनायेंगे रामजी,

शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी.....


आये जब श्री राम जी चरणों में गिर पड़ी,

अंसुअन से धो रही है चरणों को राम जी,

मेरा भी धन्य जीवन बनायेंगे रामजी,

शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी.....


सुन्दर बिछा के आसन बैठाया राम को,

दिया कंद मूल लाकर खाए है राम जी,

मेरा भी धन्य जीवन बनायेंगे रामजी,

शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी.....

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मां ज्वाला देवी की कथा

मां भगवती के 51 शक्तिपीठों में से एक, ज्वालामुखी मंदिर, अपनी अनूठी विशेषता के लिए प्रसिद्ध है। इसे 'जोता वाली मंदिर' के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माता सती के शरीर के टुकड़े जहां-जहां गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ स्थापित हुए।

सूरज की किरण छूने को चरण: भजन (Suraj Ki Kiran Chune Ko Charan)

सूरज की किरण छूने को चरण,
आती है गगन से रोज़ाना,

गजरा गिर गया जमुना जल में (Gajara Gir Gaya Jamuna Jal Me)

जमुना के तट पर,
मारी नजरिया ऐसी सांवरिया ने,

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