सावन की बरसे बदरिया(Sawan Ki Barse Badariya Maa Ki Bhingi Chunariya)

सावन की बरसे बदरिया

सावन की बरसे बदरिया,

माँ की भीगी चुनरीया,

भीगी चुनरिया माँ की ॥


लाल चुनड माँ की चम चम चमकै,

माथे कि बिंदिया भी दम दम दमकै,

हाथो मे झलके कंगणिया,

माँ की भिगी चुनरिया ॥

॥ सावन की बरसे बदरिया...॥


छाई हरियाली, झूमे अम्बुआ की डाली,

होके मतवाली, कुके कोकलिया काली,

बादल मे कडके बिजुरिया,

माँ की भीगी चुनरिया ॥

॥ सावन की बरसे बदरिया...॥


ऊँचा भवन तेरा ऊँचा है डेरा,

कैसे चढूं, पाँव फ़िसले है मेरा,

तेढी मेढी है डगरिया,

माँ की भीगी चुनरिया ॥

॥ सावन की बरसे बदरिया...॥


काली घता पानी भर भर के लाई,

झूला झुले जगदम्बे भवानी,

हम सब पे माँ की नजरिया,

माँ की भीगी चुनरिया ॥

॥ सावन की बरसे बदरिया...॥


सावन की बरसे बदरिया

सावन की बरसे बदरिया,

माँ की भीगी चुनरीया,

भीगी चुनरिया माँ की॥

........................................................................................................
ना जाने आज क्यो फिर से, तुम्हारी याद आई है (Na Jaane Aaj Kyu Fir Se Tumhari Yaad Aayi Hai)

ना जाने आज क्यों फिर से,
तुम्हारी याद आई है ॥

राधा को नाम अनमोल बोलो राधे राधे(Radha Ko Naam Anmol Bolo Radhe Radhe)

राधा को नाम अनमोल बोलो राधे राधे।
श्यामा को नाम अनमोल बोलो राधे राधे॥

दर्शन कर लो रे भक्तो, मेहंदीपुर धाम का (Darshan Kar Lo Re Bhakto Mehandipur Dham Ka)

दर्शन कर लो रे भक्तो,
मेहंदीपुर धाम का,

काली काली अलको के फंदे क्यूँ डाले - भजन (Kali Kali Alko Ke Fande Kyun Dale)

काली काली अलको के फंदे क्यूँ डाले,
हमें जिन्दा रहने दे ऐ मुरली वाले ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने