सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में(Sare Tirath Dham Apke Charno Me)

सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में ।

हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ।


हृदय में माँ गौरी लक्ष्मी,

कंठ शारदा माता है ।

जो भी मुख से वचन कहें,

वो वचन सिद्ध हो जाता है ।

हैं गुरु ब्रह्मा, हैं गुरु विष्णु,

हैं शंकर भगवान आपके चरणो में ।

हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ।


जनम के दाता मात पिता हैं,

आप करम के दाता हैं ।

आप मिलाते हैं ईश्वर से,

आप ही भाग्य विधाता हैं ।

दुखिया मन को रोगी तन को,

मिलता है आराम आपके चरणो में ।

हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ।


निर्बल को बलवान बना दो,

मूर्ख को गुणवान प्रभु ।

देवकमल और वंसी को भी,

ज्ञान का दो वरदान गुरु ।

हे महा दानी हे महा ज्ञानी,

रहूँ मैं सुबहो-शाम आपके चरणो में ।

हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ।


कर्ता करे ना कर सके,

पर गुरु किए सब होये ।

सात द्वीप नौ खंड मे,

मेरे गुरु से बड़ा ना कोए ॥


सब धरती कागज़ करूँ,

लेखनी सब वनराय ।

समुद्र को स्याही,

पर गुरु गुण लिख्यो ना जाए ॥


सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में ।

हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ।

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कर दो दूर प्रभु, मेरे मन में अँधेरा है (Kardo Dur Prabhu Mere Mann Me Andhera Hai)

कर दो दूर प्रभु,
मेरे मन में अँधेरा है,

मार्च 2025 व्रत-त्योहार

मार्च का महीना वसंत ऋतु की ताजगी और खुशबू लेकर आता है। इस समय प्रकृति में नया जीवन और उत्साह का संचार होता है। इस माह में कई महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं। आपको बता दें, होली मार्च महीने का सबसे प्रमुख त्योहार है।

शीश गंग अर्धंग पार्वती (Sheesh Gang Ardhang Parvati)

शीश गंग अर्धंग पार्वती,
सदा विराजत कैलासी ।

ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अपरा नामक एकादशी (Jyesth Mas Ke Krishna Paksh Ki Apara Namak Ekaadshi)

इतनी कथा सुनने के बाद महाराज युधिष्ठिर ने पुनः भगवान् कृष्ण से हाथ जोड़कर कहा-हे मधुसूदन । अब आप कृपा कर मुझ ज्येष्ठ मास कृष्ण एकादशी का नाम और मोहात्म्य सुनाइये क्योंकि मेरी उसको सुनने की महान् अच्छा है।

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