साँवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठाणी है(Sanwariyo Hai Seth Mhari Radha Ji Sethani Hai)

साँवरियो है सेठ,

म्हारी राधा जी सेठाणी है,

साँवरियों है सेठ,

म्हारी राधा जी सेठाणी है,

ये तो जाने दुनिया सारी है ॥


राजाओं के राजा,

महारानी की रानी,

सिरमौर मुकुट साझे,

जोड़ी बड़ी प्यारी,

दरबार है प्यारा,

राधा के संग साझे,

सुने पलने सेठ,

सुने पलने सेठ,

सुने पलने सेठाणी है,

ये तो जाने दुनिया सारी है ॥


सांवरियां राधा जी,

भक्ता पे है राजी,

करे घणो लाड है,

भंडार लुटावे है,

हर बात बणावे है,

भक्ता रा ठाट है,

देवे छप्पर फाड़,

देवे छप्पर फाड़,

नही इनसो कोई दानी है,

ये जाने दुनिया सारी है ॥


सुख दुख मे साँवरियो,

सुख दुख मे राधा जी,

सदा तेरे साथ है,

मेरी चिंता दुर करे,

मेरी विपदा दुर करे,

रख लेवे बात है,

भक्ता रो तो काम,

भक्ता रो तो काम,

बस एक हाजरी लगाणि है,

ये जाने दुनिया सारी है ॥


साँवरियो है सेठ,

म्हारी राधा जी सेठाणी है,

साँवरियों है सेठ,

म्हारी राधा जी सेठाणी है,

ये तो जाने दुनिया सारी है ॥

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इतनी कथा सुन महाराज युधिष्ठिर ने फिर भगवान् श्रीकृष्ण से पूछा कि अब आप कृपाकर फाल्गुन कृष्ण एकादशी का नाम, व्रत का विधान और माहात्म्य एवं पुण्य फल का वर्णन कीजिये मेरी सुनने की बड़ी इच्छा है।

दशा माता की कथा (Dasha Maata Ki Katha)

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भोला नही माने रे नहीं माने (Bhola Nai Mane Re Nahi Mane)

भोला नही माने रे नहीं माने,
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