सालासर वाले तुम्हें,
आज हम मनाएंगे,
महिमा तेरी गाएंगे,
तुझको रिझाएंगे,
सालासर वाले तुम्हे,
आज हम मनाएंगे ॥
जब कभी भी हमको बाबा,
तेरी याद आएगी,
सालासर आएँगे,
तेरी पूजा हम रचाएंगे,
सालासर वाले तुम्हे,
आज हम मनाएंगे ॥
देव तुम निराले हो,
भक्तो के प्यारे हो,
चरणों में तेरे रहेंगे,
दूर नहीं जाएंगे,
सालासर वाले तुम्हे,
आज हम मनाएंगे ॥
तुमने अपने भक्तो की,
बिगड़ी हर बनाई है,
खाली झोली लाए है,
झोली भर ले जाएंगे,
सालासर वाले तुम्हे,
आज हम मनाएंगे ॥
सालासर वाले तुम्हें,
आज हम मनाएंगे,
महिमा तेरी गाएंगे,
तुझको रिझाएंगे,
सालासर वाले तुम्हे,
आज हम मनाएंगे ॥
भारत की चारों दिशाओं यानि पूर्व-पश्चिम-उत्तर-दक्षिण में चार धाम बसे हुए हैं।
विश्व प्रसिद्ध रामेश्वरम मंदिर के दर्शन करने का हिंदू धर्म में काफी महत्व बताया गया है।
हिंदू धर्म में चार धामों के दर्शन करने का खास महत्व बताया गया है। धर्मग्रंथों के अनुसार इन चार धाम के दर्शन करने से मनुष्य के हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं
आदि गुरु शंकराचार्य के अनुसार, चारों धाम एक विशेष युग का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसी के अनुसार, जगन्नाथ मंदिर कलियुग का प्रतिनिधित्व करता है।