राम ना मिलेगे हनुमान के बिना (Ram Na Milege Hanuman Ke Bina)

श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा, हनुमान जन्मोत्सव, मंगलवार व्रत, शनिवार पूजा, बूढ़े मंगलवार और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से गाये जाने वाला भजन।


पार ना लगोगे श्री राम के बिना,

राम ना मिलेगे हनुमान के बिना।

राम ना मिलेगे हनुमान के बिना,

श्री राम ना मिलेंगे हनुमान के बिना।


वेदो ने पुराणो ने कह डाला,

राम जी का साथी बजरंग बाला।

जीये हनुमान नही राम के बिना,

राम भी रहे ना हनुमान के बिना।


जग के जो पालन हारे है,

उन्हे हनुमान बड़े प्यारे है।

कर लो सिफ़ारिश दाम के बिना,

रास्ता ना मिलेगा हनुमान के बिना।


जिनका भरोसा वीर हनुमान,

उनका बिगड़ता नही कोई काम।

लक्खा कहे सुनो हनुमान के बिना,

कुछ ना मिलेगा गुणगान के बिना।

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श्री विश्वकर्मा चालीसा (Shri Vishwakarma Chalisa)

श्री विश्वकर्म प्रभु वन्दऊं, चरणकमल धरिध्यान।
श्री, शुभ, बल अरु शिल्पगुण, दीजै दया निधान॥

देखो राजा बने महाराज(Dekho Raja Bane Maharaj)

देखो राजा बने महाराज,
आज राम राजा बने,

श्री राधाजी की आरती (Shri Radhaji Ki Aarti)

आरती श्री वृषभानुसुता की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की।
त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि, विमल विवेक विराग विकासिनि।

नरक चतुर्दशी 2024: कब है नरक चतुर्दशी? जानें तिथि, पूजा विधि, कथा, महत्व

नरक चतुर्दशी, रूप चौदस या छोटी दिवाली एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो दिवाली के एक दिन पहले मनाया जाता है। यह त्योहार मृत्यु के देवता यमराज को समर्पित है।

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