रख लाज मेरी गणपति(Rakh Laaj Meri Ganpati)

रख लाज मेरी गणपति,

अपनी शरण में लीजिए ।

कर आज मंगल गणपति,

अपनी कृपा अब कीजिए ॥


रख लाज मेरी गणपति

रख लाज मेरी गणपति

सिद्धि विनायक दुःख हरण,

संताप हारी सुख करण ।


करूँ प्रार्थना मैं नित्त प्रति,

वरदान मंगल दीजिए ॥


रख लाज मेरी गणपति,

अपनी शरण में लीजिए।

कर आज मंगल गणपति,

अपनी कृपा अब कीजिए ॥

रख लाज मेरी गणपति


तेरी दया, तेरी कृपा,

हे नाथ हम मांगे सदा ।

तेरे ध्यान में खोवे मति,

प्रणाम मम अब लीजिए ॥


रख लाज मेरी गणपति,

अपनी शरण में लीजिए ।

कर आज मंगल गणपति,

अपनी कृपा अब कीजिए ॥

रख लाज मेरी गणपति


करते प्रथम तव वंदना,

तेरा नाम है दुःख भंजना ।

करना प्रभु मेरी शुभ गति,

अब तो शरण मे लीजिए ॥


रख लाज मेरी गणपति,

अपनी शरण में लीजिए।

कर आज मंगल गणपति,

अपनी कृपा अब कीजिए ॥


रख लाज मेरी गणपति

रख लाज मेरी गणपति

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जैसे तुम सीता के राम (Jaise Tum Sita Ke Ram)

जैसे तुम सीता के राम
जैसे लक्ष्मण के सम्मान

नमो नमो शंकरा(Namo Namo Shankara)

जय हो, जय हो शंकरा
भोलेनाथ, शंकरा

रघुवीर को, प्रणाम हमारा कह देना(Raghuvir Ko Pranam Hamara Keh Dena)

ओ जाने वाले रघुवीर को,
प्रणाम हमारा कह देना

राधे जय जय माधव दयिते (Radhe Jai Jai Madhav Dayite)

राधे जय जय माधव-दयिते
गोकुल-तरुणी-मंडल-महिते

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