राधे जय जय माधव दयिते (Radhe Jai Jai Madhav Dayite)

राधे जय जय माधव-दयिते

गोकुल-तरुणी-मंडल-महिते


दामोदर-रति-वर्धन-वेषे

हरि-निष्कुट-वृंदा-विपिनेशे


राधे जय जय माधव-दयिते

गोकुल-तरुणी-मंडल-महिते


वृषभानुदधि-नव-शशि-लेखे

ललिता-सखि गुण-रमित-विशाखे


राधे जय जय माधव-दयिते

गोकुल-तरुणी-मंडल-महिते


करुणां कुरु मयि करुणा-भरिते

सनक सनातन वर्णित चरिते


राधे जय जय माधव-दयिते

गोकुल-तरुणी-मंडल-महिते

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नमस्कार भगवन तुम्हें भक्तों का बारम्बार हो(Namaskar Bhagwan Tumhe Bhakton Ka Barambar Ho)

नमस्कार भगवन तुम्हें,
भक्तों का बारम्बार हो,

गोवर्धन पूजन कथा (Govardhan Pujan Katha)

द्वापर युग की बात हैं भगवान कृष्ण के अवतार के समय भगवान ने गोवर्धन पर्वत का उद्धार और इंद्र के अभिमान का नाश भी किया था।

मैया सुनले मेरी अरदास (Maiya Sun Le Meri Ardas)

मैया सुनले मेरी अरदास,
सहारा मुझे दे दातिए,

देकर शरण अपनी अपने में समा लेना(Dekar Sharan Apani Apne Mein Sama Lena)

बरपा है केहर भोले आकर के बचा लेना,
देकर शरण अपनी अपने में समा लेना ॥

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