प्राणो से भी प्यारा, दादी धाम तुम्हारा (Prano Se Bhi Pyara Dadi Dham Tumhara)

प्राणो से भी प्यारा,

दादी धाम तुम्हारा,

दर्शन कर हो जाता,

ये जीवन सफल हमारा,

तूने सबको तारा,

सबका जीवन संवारा,

तेरे बिन कौन दादी,

हम भक्तों का सहारा ॥


अटके कभी जो नैया,

बने तू खिवैया,

कष्ट सभी के काटे,

मेरी मैया,

अंधियारे जीवन का,

माँ तुम ही हो उजियारा,

दर्शन कर हो जाता,

ये जीवन सफल हमारा ॥


आंसुओ को मेरे अपने,

आँचल से पोंछे,

ममता लूटाकर मैया,

हाल मेरा पूछे,

नित उठ दादी ध्याऊँ,

मैं एक नाम तुम्हारा,

दर्शन कर हो जाता,

ये जीवन सफल हमारा ॥


प्राणो से भी प्यारा,

दादी धाम तुम्हारा,

दर्शन कर हो जाता,

ये जीवन सफल हमारा,

तूने सबको तारा,

सबका जीवन संवारा,

तेरे बिन कौन दादी,

हम भक्तों का सहारा ॥

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मैं नहीं, मेरा नहीं, यह तन - भजन (Main Nahi Mera Nahi Ye Tan)

मैं कितना अधम हूँ,
ये तुम ही जानो,

छठ पूजा विधि

छठ पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो सूर्य देव और छठी मैया की पूजा के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार पूरे भारत में मनाया जाता है लेकिन बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में इसका विशेष महत्व है।

बोली गौरी सुनो भोला, बात मेरी ध्यान से सुनलो (Boli Gaura Suno Bhola Baat Meri Dhyan Se Sunlo)

बोली गौरी सुनो भोला,
बात मेरी ध्यान से सुनलो,

30 नवंबर या 1 दिसंबर, कब है मार्गशीर्ष अमावस्या?

हिंदू धर्म में दर्श अमावस्या का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। हर महीने आने वाली अमावस्या को दर्श अमावस्या कहते हैं। यह दिन पितरों को श्रद्धांजलि देने के लिए समर्पित है।

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