प्रभु जी तुम चंदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी,
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी ॥
प्रभु जी तुम घन बन हम मोरा,
जैसे चितवत चंद्र चकोरा,
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी,
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी ॥
प्रभु जी तुम मोती हम धागा,
जैसे सोनहिं मिलत सोहागा,
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी,
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी ॥
प्रभु जी तुम दीपक हम बाती,
जाकी जोति बरै दिन राती,
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी,
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी ॥
प्रभु जी तुम स्वामी हम दासा,
ऐसी भक्ति करे ‘रैदासा’,
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी,
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी ॥
प्रभु जी तुम चंदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी,
प्रभु जी तुम चँदन हम पानी ॥
प्रयागराज, जिसे तीर्थों का राजा कहा जाता है, आस्था और श्रद्धा का एक प्रमुख केंद्र है। यह ऐतिहासिक स्थल त्रेता युग से जुड़ा हुआ है, जब भगवान श्रीराम ने अपने वनवास के दौरान पवित्र गंगा तट पर कदम रखा था।
प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में देश-विदेश से साधु-संत आ रहे हैं। इनमें से एक हैं मध्य प्रदेश के एंबेसडर बाबा। ये अपनी 52 साल पुरानी एंबेसडर कार से आए हैं और हर जगह इनकी कार ही सबसे ज्यादा लोगों को आकर्षित करती है।
सनातन हिंदू धर्म में कुंभ स्नान को अत्यधिक पवित्र और धार्मिक महत्व प्राप्त है। इस वर्ष प्रयागराज में महाकुंभ मेले का आयोजन होने जा रहा है। कुंभ मेला हर 12 साल के अंतराल पर आयोजित किया जाता है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। 48 दिनों तक चलने वाले इस विशाल धार्मिक मेले में लाखों श्रद्धालु और साधु-संत देश-विदेश से आने वाले हैं। इस भीड़ में एक नाम जो खास तौर पर ध्यान खींच रहा है, वह है असम के गंगापुरी महाराज, जिन्हें छोटू बाबा के नाम से भी जाना जाता है।