परमात्मा है प्यारे, तेरी आत्मा के अन्दर - भजन (Parmatma Hai Pyare Teri Aatma Ke Andar)

परमात्मा है प्यारे,

तेरी आत्मा के अन्दर ।

अम्बर है एक तारे में,

एक बूँद में समंदर ॥


परमात्मा है प्यारे,

तेरी आत्मा के अन्दर ।

परमात्मा है प्यारे,

तेरी आत्मा के अन्दर ।


इंसान से भी ज़्यादा,

विश्वास में है शक्ति ।

भगवान् बना देगी,

तुझको ही तेरी भक्ति ॥


परमात्मा है प्यारे,

तेरी आत्मा के अन्दर ।


क्यूँ लूट पे जीता है,

क्यूँ पाप कमाता है ।

अपनी ही निगाहों में,

क्यूँ खुद को गिराता है ॥


परमात्मा है प्यारे,

तेरी आत्मा के अन्दर ।


अपनी शक्ति तुम मुझ में भर दो,

मेरी कमजोरी को दूर कर दो ।

दुनिया से मैं बुराई का नाम मिटा दूँ.

जालिम शैतानों को मैं इंसान बना दूँ ॥


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उड़ उड़ जा रे पंछी (Ud Ud Ja Re Panchhi )

उड़ उड़ जा रे पंछी,
मैया से कहियो रे,

श्री सत्यनारायण जी की आरती (Shri Satyanarayan Ji Ki Aarti )

जय लक्ष्मीरमणा, श्री जय लक्ष्मीरमणा।
सत्यनारायण स्वामी, जनपातक हरणा॥

नवरात्रि सम्पूर्ण पूजन विधि

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साल का सबसे शुभ दिन कार्तिक पूर्णिमा

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