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परदेस जा रहे हो, कैसे जियेंगे हम (Parades Ja Rahe Ho, Kaise Jiyenge Hum)

परदेस जा रहे हो, कैसे जियेंगे हम (Parades Ja Rahe Ho, Kaise Jiyenge Hum)

परदेस जा रहे हो,

कैसे जियेंगे हम,

कैसे जियेंगे हम कन्हैया,

कैसे जियेंगे हम,

दिल लेके जा रहे हो,

कैसे जियेंगे हम ॥


नैना बने हो आप ही,

काजल बने थे हम,

जब नैना ही बंद होंगे,

जब नैना ही बंद होंगे,

कैसे जियेंगे हम,

परदेस जा रहे हों,

कैसे जियेंगे हम ॥


मूरत बने थे आप ही,

मंदिर बने थे हम,

जब मंदिर ही बंद होंगे,

जब मंदिर ही बंद होंगे,

कैसे जियेंगे हम,

दिल लेके जा रहे हो,

कैसे जियेंगे हम ॥


चंदा बने थे आप ही,

चकवी बने थे हम,

जब चंदा ही ना रहा तो,

जब चंदा ही ना रहा तो,

कैसे जियेंगे हम,

दिल लेके जा रहे हो,

कैसे जियेंगे हम ॥


ऐसी क्या भूल हो गई,

मुझसे मेरे प्रीतम,

जब साँसे ना रही तो,

जब साँसे ना रही तो,

कैसे जियेंगे हम,

परदेस जा रहे हों,

कैसे जियेंगे हम ॥


कैसी है प्रीति तेरी,

कैसी सजा दिया है,

जब प्राण ना रहे तो,

जब प्राण ना रहे तो,

कैसे जियेंगे हम,

परदेस जा रहे हों,

कैसे जियेंगे हम ॥


परदेस जा रहे हो,

कैसे जियेंगे हम,

कैसे जियेंगे हम कन्हैया,

कैसे जियेंगे हम,

दिल लेके जा रहे हो,

कैसे जियेंगे हम ॥

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2025 की पहली शनि त्रयोदशी कब है

जब शनिवार और त्रयोदशी तिथि एक साथ आती है तो उसे शनि त्रयोदशी कहते हैं। यह एक खास दिन होता है। यह हर महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आता है।

शनि त्रयोदशी के उपाय

शनि देव 9 ग्रहों में सबसे धीमी चाल चलने वाले ग्रह हैं। इसी कारण शनि देव 1 राशि में साढ़े सात साल तक विराजमान रहते हैं। इसी वजह से ही राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चलती है।

शनि त्रयोदशी की भोग सामग्री

शनि त्रयोदशी का पर्व शनि देव की पूजा और उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए बेहद खास होता है। इस दिन सही तरीके से पूजा करने और खास भोग अर्पित करने से शनि ग्रह के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिल सकती है।

नटराज स्तुति पाठ

सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शंकर की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इस व्रत को रखने से घर में खुशहाली आती है। साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

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