ऊँचे ऊँचे वादी में
बसते हैं भोले शंकर
ऊँचे ऊँचे वादी में
बसते हैं भोले शंकर
कैसी ये लगी मुझको तेरी लगन
गाऊँ और झूमूँ होके तुझमे मगन
शंभू!
ऊँची ऊँची वादी में
बसते हैं भोले शंकर
ऊँची ऊँची वादी में
बसते हैं भोले शंकर
भोले भोले शंकर भोले भोले
भोले भोले शंकर भोले
रुद्र रूपा महादेवा
त्रिकाल दर्शी शंकरा
रुद्र रूपा महादेवा
त्रिकाल दर्शी शंकरा शंकरा
हर हर शंभू कहाँ नहीं तू
मेरे शंभू
तू ब्रह्मा तू विष्णु
हर घर हर मन शंभू
इक छोटे रुद्राक्ष में
बड़े पहाड़ में शंभू
बारिक धागे में दिखता
गहरी नदी में शंभू
अलख निरंजन मेरे दिगंबर
बांध ले अपने बंधन में
शिव तेरा ध्यान अगर भूल जाऊं
तो मैं मर जाऊं
प्यार से तेरे सबका जीवन चले
खुशियाँ तू देवे सबके कष्ट हरे
ऊँची ऊँची वादी में
बसते हैं भोले शंकर
भोले भोले शंकर भोले
ऊँची ऊँची वादी में
बसते हैं भोले शंकर
शंभू!
पर्वत पे बैठा मेरा भोला शंकर
मैं उसका दीवाना
भोलेनाथ का हूँ मैं दीवाना
भोलेनाथ का हूँ मैं दीवाना
झूठी ये दुनिया सारी झूठा ये जमाना
भोलेनाथ का हूँ मैं दीवाना
भोलेनाथ का हूँ मैं दीवाना
कैसी ये लगी मुझको तेरी लगन
गाऊँ और झूमूँ होके तुझमे मगन
शंभू!
ऊँची ऊँची वादी में
बसते हैं भोले शंकर
ऊँची ऊँची वादी में
बसते हैं भोले शंकर
भोले भोले शंकर भोले भोले
भोले भोले शंकर भोले
रुद्र रूपा महादेवा
त्रिकाल दर्शि शंकरा
रुद्र रूपा महादेवा
त्रिकाल दर्शि शंकरा शंकरा
भोले भोले शंकर भोले
हिंदू धर्म में चंद्रमा को देवता समान माना जाता है और उनकी पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। चंद्र दर्शन का विशेष महत्व अमावस्या के बाद पहली बार चंद्रमा के दर्शन करने से जुड़ा हुआ है।
सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का बहुत महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार प्रदोष व्रत महादेव और माता पार्वती को समर्पित है।
प्रदोष व्रत भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा को समर्पित है। इस दिन व्रत और पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं।
प्रदोष व्रत भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा को समर्पित है। इस दिन व्रत और पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं।