ओढ़ो ओढ़ो म्हारी जीण भवानी (Odho Odho Mhari Jeen Bhawani)

ओढ़ो ओढ़ो म्हारी माता रानी आज

भगत थारी चुनड़ ल्याया ए

ओढ़ो ओढ़ो म्हारी कुलदेवी आज

भगत थारी चुनड़ ल्याया ए


इ चुनड़ को पोत है मइया जयपुर से मंगवायो

भगतां कै घर बनी चुनड़ी,सांचो माल लगायो

प्यारो लागे चटक रंग लाल

भगत थारी चुनड़ ल्याया ए


सोने चांदी का तार कढ़ाकर लंपि नै जड़वाई

साँचे मोत्या री लड़ियाँ नै चारु मेर लगाई

बीच तारा री सजी रे बारात

भगत थारी चुनड़ ल्याया ए


ओढ़ चुनड़ी बैठी मइया,कितनी प्यारी लागे

तीन लोक में मइया थारी शक्ति का डंका बाजे

रया देव फूल बरसाय

भगत थारी चुनड़ ल्याया ए


म्हारी मइया जी कै भगतो नजर नही लग जावै

लूड़ राई मिल कर वारो जद हीबड़ो सुख पावे

जावै राम बलिहारी आज

भगत थारी चुनड़ ल्याया ए


ओढ़ो ओढ़ो म्हारी माता रानी आज

भगत थारी चुनड़ ल्याया ए

ओढ़ो ओढ़ो म्हारी कुलदेवी आज

भगत थारी चुनड़ ल्याया ए

........................................................................................................
मेरी ज़िन्दगी सवर जाए (Meri Zindagi Sanwar Jaye)

मेरी ज़िन्दगी सवर जाए,
अगर तुम मिलने आ जाओ,

भगवान इंद्र की पूजा विधि

सनातन धर्म में इंद्रदेव को देवों के राजा और आकाश, वर्षा, बिजली और युद्ध के देवता के रूप में पूजा जाता है। इंद्रदेव के आशीर्वाद से पृथ्वी पर वर्षा होती है, जो कृषि और जीवन के लिए आवश्यक है।

महांकाल मेरी मंजिल, उज्जैन है ठिकाना (Mahakal Meri Manzil Ujjain Hai Thikana)

महाकाल मेरी मंजिल,
उज्जैन है ठिकाना,

हरि सुंदर नंद मुकुंदा(Hari Sundar Nand Mukunda)

हरि सुंदर नंद मुकुंदा,
हरि नारायण हरि ॐ

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।