नवरात्री का त्यौहार आया (Navratri Ka Tyohar Aaya)

नवरात्री का त्यौहार आया,

वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥


माता जिनको बुलाए,

वही भक्त दर पे आए,

माता जिनको बुलाए,

वही भक्त दर पे आए,

ऊँचे पर्वत पे दरबार लगाया,

वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥


वही लोग है निराले,

नाम जिसका माँ बुलाले,

भक्त वही है निराले,

नाम जिसका माँ बुलाले,

फल माँ की कृपा वही पाया,

वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥


सारे कष्ट करे दूर,

मैया जग में मशहूर,

सारे कष्ट करे दूर,

मैया जग में मशहूर,

लिखके ‘देवेंद्र’ यही गाया,

वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥


नवरात्री का त्यौहार आया,

वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥

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हे कृष्ण गोपाल हरि हे दीन दयाल हरि (Hey Krishna Gopal Hari He Deen Dayal Hari)

हे कृष्ण गोपाल हरि,
हे दीन दयाल हरि,

रामचंद्र कह गये सिया से (Ramchandra Keh Gaye Siya Se)

रामचंद्र कह गये सिया से,
हे रामचंद्र कह गये सिया से,

मेरे गणनायक तुम आ जाओ (Mere Gannayak Tum Aa Jao)

मेरे गणनायक तुम आ जाओ,
मैं तो कबसे बाट निहार रही,

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