नमामि-नमामि अवध के दुलारे(Namami Namami Awadh Ke Dulare)

नमामि-नमामि अवध के दुलारे ।

खड़ा हाथ बांधे मैं दर पर तुम्हारे ॥


न करता हूं भक्ति न जप योग साधन ।

कैसे कटेंगे यह माया के बंधन ॥

दुःखी दीन हो के यह मनवा पुकारे ॥


नमामि-नमामि अवध के दुलारे ।

भंवर में पड़ी आ के नैया यह मेरी ।

सहारा न दूजा है इक आस तेरी ॥

तू बन के खिवैया लगा दे किनारे ॥

नमामि-नमामि अवध के दुलारे ।


मैं कामी हूं क्रोधी हूं लोभी अवारा ।

लिया नाम दिल से कभी न तुम्हारा ॥

दया कर क्षमा कर तू बख्श बख्शन हारे ॥

नमामि-नमामि अवध के दुलारे ।


बिनती यही है प्रभु के चरण में ।

आये हैं हम सब तुम्हारी शरण में ॥

करो दूर अवगुण जो होवें हमारे ॥

नमामि-नमामि अवध के दुलारे ।

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मेरे घर राम आये है (Mere Ghar Ram Aaye Hai)

मेरी चौखट पे चलके आज,
चारों धाम आए है,

मोरे गणपति गणेश करों किरपा(More Ganpati Ganesh Karo Kirpa)

जो कुछ है सब तोय,
तेरा तुझको सौंप दूँ,

जय जय जननी श्री गणेश की (Jai Jai Janani Shri Ganesh ki)

जय जय जननी श्री गणेश की
जय जय जननी श्री गणेश की

मै चाहूं सदा दर तेरे आना (Main Chahu Sada Dar Tere Aana)

मैं चाहूँ सदा दर तेरे आना,
तू यूँ ही बुलाना दातिए,

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