नैनो में नींद भर आई(Naino Mein Neend Bhar Aayi)

नैनो में नींद भर आई बिहारी जू के,

नैनो में नींद भर आई रमण बिहारी जू के

नैनो में नींद भर आई बिहारी जू के,

नैनो में नींद भर आई रमण बिहारी जू के


कौन बिहारी जू को दूध पिवावे,

कौन खिलावे मलाई बिहारी जू को,

नैनो में नींद भर आई


मैया यशोदा दूध पिवावे,

बाबा खिलावे मलाई बिहारी जू को,

नैनो में नींद भर आई


कौन बिहारी जू की सेज बिछावे,

कौन करे गुण गयी बिहारी जू के,

नैनो में नींद भर आई


ललिता विशाखा सेज बिछावे,

भक्ति करे गुण गयी बिहारी जू के,

नैनो में नींद भर आई

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गौंरी सुत गणराज गजानन, विघ्न हरण मंगल कारी (Gauri Sut Ganraj Gajanan Vighna Haran Mangal Kari)

गौरी सुत गणराज गजानन,
विघ्न हरण मंगल कारी,

अमृत बेला गया आलसी सो रहा बन आभागा (Amrit Bela Geya Aalasi So Raha Ban Aabhaga)

बेला अमृत गया,
आलसी सो रहा बन आभागा,

श्री कुबेर जी की आरती (Shri Kuber Ji Ki Aarti)

ऊँ जय यक्ष कुबेर हरे, स्वामी जय यक्ष कुबेर हरे।
शरण पड़े भगतों के, भण्डार कुबेर भरे॥

इंदिरा एकादशी की पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व

सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। पूरे साल में 24 एकादशी व्रत रखे जाते हैं, जिनमें से सितंबर माह में दो महत्वपूर्ण एकादशी हैं: परिवर्तिनी एकादशी और इंदिरा एकादशी।

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