मुझे दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में: शिव भजन (Mujhe Daas Bana Ke Rakh Lena Bholenath Tum Apne Charno Mein)

मुझे दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में,

मुझे दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में,

भोलेनाथ तुम अपने चरणों में भोलेनाथ तुम अपने चरणों में,

मुझें दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में ॥


मैं भला बुरा हूँ तेरा हूँ मैं भला बुरा हूँ तेरा हूँ,

तेरे द्वार पे डाला डेरा हूँ तेरे द्वार पे डाला डेरा हूँ,

मुझे चाकर जान के रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में,

मुझें दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में ॥


जब अधम से अधम को तारा है,

जब अधम से अधम को तारा है,

उसमे ही नाम हमारा है उसमे ही नाम हमारा है,

मुझे भार समझ कर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में,

मुझें दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में ॥

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कनकधारा स्तोत्रम् (Kanakdhara Stotram)

अङ्गं हरेः पुलकभूषणमाश्रयन्तीभृङ्गाङ्गनेव मुकुलाभरणं तमालम्।
अङ्गीकृताऽखिल-विभूतिरपाङ्गलीलामाङ्गल्यदाऽस्तु मम मङ्गळदेवतायाः॥1॥

श्री राधाजी की आरती (Shri Radhaji Ki Aarti)

आरती श्री वृषभानुसुता की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की।
त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि, विमल विवेक विराग विकासिनि।

मेरा दिल तो दीवाना हो गया, मुरली वाले तेरा (Mera Dil To Deewana Ho Gaya Murli Wale Tera)

मेरा दिल तो दीवाना हो गया, मुरली वाले तेरा,

मार्गशीर्ष मास में चंद्र दर्शन कब होगा?

हिंदू धर्म में देवी-देवताओं के साथ सूर्य, चंद्रमा, नदियों और प्रकृति की पूजा का भी विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के बाद चंद्र दर्शन शुभ और पुण्यदायी माना जाता है।

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