मोरे गणपति गणेश करों किरपा(More Ganpati Ganesh Karo Kirpa)

मोरे गणपति गणेश करो किरपा ॥

दोहा – मेरा मुझ में कुछ नहीं,

जो कुछ है सब तोय,

तेरा तुझको सौंप दूँ,

प्रभु क्या लागे है मोय ॥


मोरे गणपति गणेश करो किरपा,

मोरे राजा महाराजा करो किरपा,

किरपा करो महाराज गजानन,

माँ गौरा के लाल,

गजानन किरपा,

मोरे गणपति गणेश करों किरपा

मोरे राजा महाराजा करो किरपा ॥


माँ गौरा के लाल हो प्यारे,

शंकर जी की आंखों के तारे,

सबसे पहले तुम को मनाएं,

तुम जो मानो तो गजब हुई जाए,

करो किरपा,

मोरे गणपति गणेश करों किरपा,

मोरे राजा महाराजा करो किरपा ॥


लाल सिंदूर चढ़े गजमुख को,

मूषक की है सवारी,

तेरे दर्शन करने बाबा,

ये दुनिया सब आई,

सब लाए फूलों की माला,

सब लाए फूलों की माला,

मैं आया हूँ खाली बाबा मेरे,

करो किरपा,

मोरे गणपति गणेश करों किरपा,

मोरे राजा महाराजा करो किरपा ॥


मैं नहीं जानू पूजा तेरी,

सुन लेना ओ बाबा मेरी,

बार ही बार करूँ मैं विनती,

सुन लेना एक बार ओ बाबा मेरी,

करो किरपा,

मोरे गणपति गणेश करों किरपा,

मोरे राजा महाराजा करो किरपा ॥


मोरे गणपति गणेश करों किरपा,

मोरे राजा महाराजा करो किरपा,

किरपा करो महाराज गजानन,

माँ गौरा के लाल,

गजानन किरपा,

मोरे गणपति गणेश करों किरपा

मोरे राजा महाराजा करो किरपा ॥


........................................................................................................
शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है। (Shiv Uthat Shiv Chalat Shiv Sham Bhor Hai)

शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है।
शिव बुद्धि, शिव चित्त, शिव मन विभोर है॥ ॐ ॐ ॐ...

मन मेरा मंदिर, शिव मेरी पूजा(Man Mera Mandir Shiv Meri Pooja)

ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय
सत्य है ईश्वर,

गोवर्धन पूजा विधि

गोवर्धन पूजा का त्योहार दिवाली के बाद मनाया जाता है। यह पर्व उस ऐतिहासिक अवसर की याद दिलाता है जब भगवान कृष्ण ने अपने भक्तों को प्रकृति के प्रकोप से बचाने के लिए इंद्र के अहंकार को कुचल दिया था।

कुंभ संक्रांति के दिन दान

हिंदू धर्म में, सूर्य देव के राशि परिवर्तन को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। सूर्य जब दूसरे राशि में प्रवेश करते हैं, तब इसे संक्रांति कहा जाता है। दरअसल, सूर्य जिस राशि में प्रवेश कर सकते हैं, उस दिन को उसी राशि के संक्रांति के नाम से जाना जाता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने

संबंधित लेख