मेरी विनती सुनो हनुमान, शरण तेरी आया हूँ (Meri Vinti Suno Hanuman Sharan Teri Aaya Hun)

मेरी विनती सुनो हनुमान,

शरण तेरी आया हूँ,

आया हूँ जी आया हूँ,

शरण तेरी मैं आया हूँ,

पत रखना दयानिधान,

शरण तेरी आया हूँ,

मेरी विनती सुनों हनुमान,

शरण तेरी आया हूँ ॥


तुम बलबुद्धि के दाता हो,

तुम मेरे भाग्य विधाता हो,

तुम सकल गुणों की खान,

शरण तेरी आया हूँ,

मेरी विनती सुनों हनुमान,

शरण तेरी आया हूँ ॥


तुम संकट मोचन कारी हो,

बाबा शिव शंकर अवतारी हो,

तुम सा ना कोई बलवान,

शरण तेरी आया हूँ,

मेरी विनती सुनों हनुमान,

शरण तेरी आया हूँ ॥


तेरी हर घर में होती पूजा,

कोई और नहीं तुमसे दूजा,

रखते हो सबका मान,

शरण तेरी आया हूँ,

मेरी विनती सुनों हनुमान,

शरण तेरी आया हूँ ॥


बस मुझको भरोसा तेरा है,

बाबा कोई नहीं यहाँ मेरा है,

तेरा ‘भीमसेन’ नादान,

शरण तेरी आया हूँ,

मेरी विनती सुनों हनुमान,

शरण तेरी आया हूँ ॥


मेरी विनती सुनो हनुमान,

शरण तेरी आया हूँ,

आया हूँ जी आया हूँ,

शरण तेरी मैं आया हूँ,

पत रखना दयानिधान,

शरण तेरी आया हूँ,

मेरी विनती सुनों हनुमान,

शरण तेरी आया हूँ ॥

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मुझे चरणों से लगाले, मेरे श्याम मुरली वाले(Mujhe Charno Se Lagale Mere Shyam Murli Wale)

मुझे चरणों से लगाले,
मेरे श्याम मुरली वाले ।

जिसकी लागी रे लगन भगवान में (Jiski Lagi Re Lagan Bhagwan Mein)

जिसकी लागी रे लगन भगवान में,
उसका दिया रे जलेगा तूफान में।

क्या कुंवारी लड़कियां भी कर सकती हैं प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत है जो भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के लिए समर्पित है। यह व्रत जीवन में सुख-समृद्धि, मनोकामना पूर्ति और कष्टों के निवारण का प्रतीक है। कुंवारी लड़कियों के लिए यह व्रत विशेष रूप से लाभकारी माना है।

श्री विश्वकर्मा चालीसा (Shri Vishwakarma Chalisa)

श्री विश्वकर्म प्रभु वन्दऊं, चरणकमल धरिध्यान।
श्री, शुभ, बल अरु शिल्पगुण, दीजै दया निधान॥

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