मेरी शेरावाली मां, बदलती तकदीरे (Meri Sherawali Maa Badalti Takdire)

कभी जल्दी जल्दी,

कभी धीरे धीरे,

मेरी शेरावाली माँ,

बदलती तकदीरे ॥


कहते है कोई बदल ना पाता,

है हाथों की रेखा,

पर ये करिश्मा हमने माँ को,

रोज ही करते देखा,

तभी तो ये दुनियाँ,

दीवानी इसकी रे,

मेरी शेरावाली मां,

बदलती तकदीरे ॥


दीन दुखी लाखों ही आते,

मैया जी के द्वारे,

बारी बारी से मेरी मैया,

सबके काज संवारे,

यहाँ पर तो भरती,

झोलियाँ सब की रे,

मेरी शेरावाली मां,

बदलती तकदीरे ॥


अगर भरोसा सच्चा हो तो,

काम बने एक पल में,

देर उन्ही को लगती जिनके,

शंका रहती मन में,

कहे ‘सोनू’ रखो,

भावना सच्ची रे,

मेरी शेरावाली मां,

बदलती तकदीरे ॥


कभी जल्दी जल्दी,

कभी धीरे धीरे,

मेरी शेरावाली माँ,

बदलती तकदीरे ॥

........................................................................................................
Shiv Stuti: Ashutosh Shashank Shekhar ( शिव स्तुति: आशुतोष शशाँक शेखर )

आशुतोष शशाँक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,

सबसे पहले गजानन मनाया तुम्हें (Sabse Pahle Gajanan Manaya Tumhe)

सबसे पहले गजानन मनाया तुम्हे,
तेरा सुमिरण करे आज आ जाइये,

उनके हाथों में लग जाए ताला (Unke Hato Me Lag Jaye Tala)

उनके हाथों में लग जाए ताला, अलीगढ़ वाला।
सवा मन वाला, जो मैय्या जी की ताली न बजाए।

अन्नपूर्णा जयंती पर क्या दान करें

सनातन धर्म में अन्नपूर्णा जयंती का दिन मां अन्नपूर्णा को समर्पित किया है। अन्नपूर्णा जयंती के दिन दान का भी बहुत महत्व होता है। इस दिन दान करना बेहद ही शुभ माना गया है। इस दिन दान पुण्य करने की मान्यता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने