Logo

मेरी मैया चली, असुवन धारा बही(Meri Maiya Chali Ashuvan Dhara Bahi)

मेरी मैया चली, असुवन धारा बही(Meri Maiya Chali Ashuvan Dhara Bahi)

मेरी मैया चली,

असुवन धारा बही,

नौ दिन मैया ने,

बेटो की विपदा हरी,

मेरी मैया चलीं,

असुवन धारा बही ॥


सारे जगत की है महारानी,

भक्तों की श्रद्धा माता ने जानी,

दिल में है खलबली,

असुवन धारा बही,

मेरी मैया चलीं,

असुवन धारा बही ॥


मैया अतिथि बन कर आई,

जगमग दीपक ज्योत जलाई,

सब की बिगड़ी बनी,

असुवन धारा बही,

मेरी मैया चलीं,

असुवन धारा बही ॥


आज विदाई मैया की आई,

भक्तो ने महिमा मैया की गाई,

मन में ज्योत जली,

असुवन धारा बही,

मेरी मैया चलीं,

असुवन धारा बही ॥


दास की विनती सुनलो

सब की अर्जी माँ पूरी करदो,

रेवा के तीर चली,

असुवन धारा बही,

मेरी मैया चलीं,

असुवन धारा बही ॥


मेरी मैया चली,

असुवन धारा बही,

नौ दिन मैया ने,

बेटो की विपदा हरी,

मेरी मैया चलीं,

असुवन धारा बही ॥

........................................................................................................
श्री सरस्वती स्तोत्रम् (Shri Saraswati Stotram)

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता,
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।

श्री गणेश स्तोत्रम्

कैलाशपर्वते रम्ये शम्भुं चन्द्रार्धशेखरम्।
षडाम्नायसमायुक्तं पप्रच्छ नगकन्यका॥

ऋणमुक्ति श्री गणेश स्तोत्रम्

ॐ अस्य श्रीऋणविमोचनमहागणपति-स्तोत्रमन्त्रस्य
शुक्राचार्य ऋषिः ऋणविमोचनमहागणपतिर्देवता

श्री सङ्कटनाशन गणेश स्तोत्रम्

प्रणम्य शिरसा देवंगौरीपुत्रं विनायकम्।
भक्तावासं स्मेरनित्यमाय्ःकामार्थसिद्धये॥

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang