मेरी विनती यही है राधा रानी
कृपा बरसाए रखना
हे कृपा बरसाए रखना
॥ हे महारानी कृपा बरसाए...॥
मेरी विनती यही है राधा रानी...
हो मुझे तेरा ही सहारा महारानी
चरणो से लिपटाये रखना,
कृपा बरसाए रखना
॥ हे महा रानी कृपा बरसाए...॥
छोड़ दुनिया के झूठे नाते सारे
किशोरी तेरे दर पे आ गया,
कृपा बरसाए रखना
॥ हे महा रानी कृपा बरसाए..॥
मैंने तुमको पुकारा बृजरानी
जग से बचाये रखना,
कृपा बरसाए रखना
॥ हे महा रानी कृपा बरसाए..॥
श्री राधे, श्री राधे, श्री राधे
श्री राधे, श्री राधे, श्री राधे
इन सासों की माला में
सदा ही तेरा नाम सिमरूँ
लगी लगन श्री राधा नाम वाली
लगन ये लगाये रखना,
कृपा बरसाए रखना
॥ हे महा रानी कृपा बरसाए...॥
श्री राधा, श्री राधा, श्री राधा
श्री राधा, श्री राधा, श्री राधा
तेरे नाम के रंग में रंग के
मैं डोलूँ बृजगलियन में
हे राधा रानी हे महा रानी
कहें चित्र विचित्र श्यामा प्यारी
वृंदावन बसाये रखना,
कृपा बरसाए रखना
॥ हे महा रानी कृपा बरसाए...॥
श्री राधा, श्री राधा, श्री राधा
श्री राधा, श्री राधा, श्री राधा
हिंदू धर्म में भगवान राम और माता सीता की पूजा बहुत शुभ और कल्याणकारी मानी गई है। देवी सीता को जानकी के नाम से भी जाना जाता है, वे जगत जननी मां लक्ष्मी का स्वरूप हैं।
जानकी जी के विभिन्न नामों में सीता, मैथिली और सिया प्रमुख हैं। जानकी जयंती के अवसर पर रामचरित मानस की चौपाइयों का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। यहां कुछ चौपाइयां दी गई हैं जो राम भक्ति से परिपूर्ण हैं।
विजया एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है और फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को विजया एकादशी कहा जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का बहुत महत्व है।
हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु के निमित्त व्रत किया जाता है। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी कहते हैं, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व है।